बक्सर : कृषि विकास को क्षेत्रीय जलवायु के अनुकूल बनाई जाति है वार्षिक कार्य योजना- कुलपति डॉक्टर डीआर सिंह

बक्सर

अरुण विक्रांत/बक्सर : बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में चल रही जल जीवन हरियाली योजना के अंतर्गत जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम में क्रॉप मॉनिटरिंग एंड डिजिटल डाटा कलेक्शन हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कराया गया !

जिसमें बिहार कृषि विश्वविद्यालय, डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय समस्तीपुर, बोरलॉग इंस्टीट्यूट ऑफ साउथ एशिया समस्तीपुर, आईसीएआर ईस्टर्न रीजन, पटना,के लगभग 60 शोध अध्येता एवं तकनीकी सहायकों तथा विशेषज्ञों ने भाग लिया। प्रशिक्षण में इन विशेषज्ञों को मोबाइल एप्लीकेशन के द्वारा डाटा कलेक्शन तथा इसके प्रभावी ढंग से प्रयोग करने के बारे में बताया जा रहा है।

इस प्रशिक्षण का उद्घाटन बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के कुलपति डॉक्टर डीआर सिंह ने किया। उन्होंने बताया कि कृषि की उन्नत तकनीकों के त्वरित हस्तांतरण एवं उनके डेटाबेस के संकलन में सूचना तकनीकी का अहम योगदान है। अतः राज्य के कृषि विकास के लिए प्रत्येक जिले की स्थानीय जलवायु के आलोक से संबंधित जिले की वार्षिक कार्य योजना बनाई जाती है जिसमें गुणात्मक विविधता होती है और उसके आलोक में जो आंकड़े एकत्रित किए जाते हैं वह एक तरह की कृषि विकास के लिए धरोहर है।

अतः कृषि संबंधित आंकड़े एकत्रित करने के लिए यह प्रशिक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस प्रशिक्षण में निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ आर के सोहाने,सह प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ आर एन सिंह, निदेशक शोध एंड प्रक्षेत्र डॉ पी के सिंह, अधिष्ठाता छात्र छात्र कल्याण,डॉ राजेश कुमार एवं विश्वविद्यालय के उप निदेशक प्रशिक्षण डॉ अभय मानकर सहित अन्य वैज्ञानिक उपस्थित रहे।