बक्सर/ विक्रांत:जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में पराली प्रबंधन से संबंधित एक महत्तवपूर्ण बैठक समाहरणालय परिसर अवस्थित कार्यालय कक्ष में आहूत की गई। मौके पर जिला पदाधिकारी द्वारा प्रखण्ड स्तर पर प्रखण्ड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में समन्वय समिति का गठन करने का निदेश दिया गया।
वहीं बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा संबधित मातहतों को समन्वय समिति के पराली प्रबंधन समिति के सभी सदस्यों के साथ प्रखण्ड वार बैठक सुनिश्चित कराने को निर्देशित किया गया. साथ ही किसानों के बीच पराली जलाने से रोक थाम के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराने की बातें कही।
जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि आगामी कुछ दिनों में धान की कटनी प्रारंभ हो जाएगी। कटनी के उपरांत पराली जलाने की रोकथाम हेतु किसानें के बीच किसान चौपाल एवं किसान संगोष्ठी के माध्यम से पराली जलाने से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में व्यापक जानकारी दी जाएगी।
साथ ही जो किसान हॉर्वेस्टर रखे हुए उनमें एसएमएस लगा कर ही धान फसल कटनी करने हेतु किसानों से अनुरोध किया ।समीक्षा के क्रम में ज्ञात हुआ कि पिछले वर्ष कुछ किसानों के द्वारा खेतों में पराली जलाने के क्रम में उनका किसान रजिस्ट्रेशन रद्द किया गया था।
जिलाधिकारी ने प्रखण्ड स्तर पर बैठक कराकर फीडबैक के साथ पुनः आगामी बैठक में एजेंडा के साथ विस्तृत बैठक में भाग लेने को निर्देशित किया। मौके पर वरीय उप समाहर्ता स्थापना विकास कुमार जायसवाल सहित कृषि विभाग के अधिकारीगण व अन्य संबधित अधिकारी मौजूद थे. इसकी जानकारी जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी बिनोद कुमार सिंह ने दी है।