Buxar: कृत्रिम किल्लत पैदा करने वाले उर्वरक बिक्रेताओं पर दर्ज होगी प्राथमिकी-DM

बक्सर

-सभी उर्वरक प्रतिष्ठानों के खोलने एवं बंद करने का समय होगा दर्ज

Buxar, Before Print: जिला पदाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक समाहरणालय परिसर अवस्थित कार्यालय कक्ष में आहूत की गई। डुमराव विधायक डा. अजीत कुमार सिंह ने कहा कि रबी मौसम में यूरिया एवं डीएपी की अत्यधिक मांग रहती है। इस परिस्थिति में अगर मांग के अनुरुप जिले में उर्वरक की आपूर्ति नहीं हो रही है तो इस मद्येनजर अतिरिक्त डीएपी एवं यूरिया उर्वरक की मांग की जाय। इस समस्या को विधायक ब्रम्हपुर शम्भूनाथ यादव एवं विधायक राजपुर विश्वनाथ राम ने समिति के सदस्यों के बीच अवगत कराया। इस पर जिला पदाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी बक्सर को यूरिया व डीएपी के अतिरिक्त आवंटन की मांग करने हेतु उच्चाधिकारी को पत्र लिखा जाय।

समिति के माननीय सदस्यों द्वारा सुझाव दिया गया कि बक्सर रैंक बिन्दु पर ही उर्वरक वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय, क्योंकि बक्सर रैक बिंदु के अलावा दूसरे रैक बिंदु पर उर्वरक की आपूर्ति होने से अत्यधिक परिवहन खर्च व्यय करना पड़ता है। इस पर समिति के अध्यक्ष जिला पदाधिकारी के द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी बक्सर को पत्राचार करने का निर्देश दिया गया।

समिति के सदस्यों के सवाल पर जिला कृषि पदाधिकारी बक्सर ने बताया कि पंचायत स्तर पर पदस्थापित सभी कृषि समन्वयक को विभाग द्वारा उर्वरक निरीक्षक घोषित किया गया है। सम्बंधित क्षेत्र के किसानों द्वारा उर्वरक बिक्रेता पर शिकायत किये जाने पर कृषि समन्वयक द्वारा विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी। अगर ऐसा पाया जाता कि कृषि समन्वयक ने संबंधित उर्वरक बिक्रेता पर कोई कार्रवाई नहीं की तो उनपर कड़ी कार्रवाई की जायेगी।