बक्सर/विक्रांत: जल जीवन हरियाली अभियान अंतर्गत सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं यथा-तालाबों, पोखरों, आहरों, पईनों को चिहिन्त कर अतिक्रमण मुक्त करना विषय पर आयोजित परिचर्चा में संकल्प लिया गया. परिचर्चा का आयोजन बक्सर के समाहरणालय अवस्थित सभागार में की गई।
कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलित कर की गई। अपर समाहर्ता प्रीतेश्वर प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान परिस्थिति में जलवायु परिवर्तन के कारण बहुत ही समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। हम सबको अपने आसपास अधिक से अधिक वृक्षारोपण करते हुए जल जीवन हरियाली को बढावा देना चाहिए. ताकि जलवायु परिवर्तन को रोका जा सके।
उन्होने कहा कि जल जीवन हरियाली अंतर्गत 09 विभाग द्वारा 11 अवयव शामिल है। वर्तमान परिस्थिति में भूमि का जल स्तर नीचे जा रहा है हम सबको जल संचयन एवं जल जीवन हरियाली अभियान के अंतर्गत इस जल स्तर को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही ज़िला परिषद अध्यक्षा विद्या भारती ने सामान्य लोगों से अपील किया कि अपने आसपास का वातावरण स्वच्छ रखें. अधिक से अधिक पेड़ लगाएं साथ ही जल संचयन के सभी उपायों का अनुपालन करें। कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों सहित जन प्रतिनिधियो द्वारा संकल्प भी लिया गया।
कार्यक्रम में अपर समाहर्ता बक्सर, उप विकास आयुक्त डा. महेन्द्र प्रसाद पाल , जिला परिषद अध्यक्षा, जिला परिषद सदस्य केदार यादव के आलावे ,उप निर्वाचन पदाधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी , जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आई0सी0डी0एस0 तारिणी कुमारी, डी0आर0डी0ए0 निदेशक, वरीय उप समाहर्ता बक्सर, संबंधित अंचलाधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं विभिन्न शाखाओं के कई कर्मीगण भी उपस्थित थे।
यह भी पढ़े..