VIKRANT : सवएग्रीस कृषि की विभिन्न विधाओं (खाद्य प्रसंस्करण, फार्म मशीनरीज, कृषि अपशिष्ट से धन, कृषि आपूर्ति श्रृंखला, प्रिसीजन फार्मिंग एवं एग्रीटेक आदि) में नवाचार करने वाले र्स्टाटअप्स को संबंर्धित करने के लिए चयनित उद्यमी को तकनीकि, बाजार लिंकेज, पैकेजिंग, व्यापार सत्यापन, प्रमाणीकरण इत्यादि में मदद के लिए दो महीने का प्रशिक्षण प्रदान करती है। ज्ञात हो कि सबएग्रीस दो तरह का प्रोग्राम चलाती है जिसका नामकरण सबउमंग एवं सबस्वाबलंबी है, इसमें ’’आइडिया से प्रोटोटाइप’’ और ’’प्रोटोटाइप से व्यवसायीकरण’’ पर क्रमशः संबंर्धित करती है।
अभी तक सबएग्रीस ने कुल 57 र्स्टाटअप्स को कृषि आधारित उद्यम अस्थापित करने में मदद किया है और कुल 28 स्टार्टअप्स को 2.5 करोड़ का अनुदान स्वीकृत किया गया है। वर्त्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 24 स्टार्टअप्स को दो माह का प्रशिक्षण प्रदान किया गया है, जिसका विदाई समारोह 02.03.2023 को बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय द्वारा प्रमाण-पत्र प्रदान करके किया गया।
विदाई समारोह सबएग्रीस परियोजना के नोडल पदाधिकारी डॉ0 पी0 के0 सिंह, मुख्य अण्वेशक डॉ0 आर0पी0 शर्मा, सहायक अण्वेशक, डॉ0 एस0 एम0 रहमान एवं व्यवसाय प्रबंधक श्री अशोक कुमार जायसवाल की उपस्थिति में हुई। कुलपति डॉ0 डी0 आर0 सिंह ने सारे र्स्टाटअप्स को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय आधारित नवाचार करने वाले उद्यमी को संबंर्धित करने के लिए प्रतिबद्व है, क्योंकि इससे बिहार के युवा को रोपगारोन्मुख करने में बल मिलेगा।