कहा, दूसरे दिन का शौर्य वेदनम उत्सव अंतराष्ट्रीय महिला दिवस को समर्पित है

मोतिहारी/ राजन द्विवेदी। मोतिहारी के ऐतिहासिक गाँधी मैदान में आज शौर्य वेदनम उत्सव के दूसरे और अंतिम दिन मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी उपस्थित हुए। दूसरे दिन के कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को समर्पित रहा। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि आज भारतीय सेना इतनी मजबूत हो गई है कि दुश्मनों को पल भर में सबक सिखा सकती है।
यह पीएम नरेन्द्र मोदी सरकार की वजह से संभव हो सका है। मोदी सरकार ने सेना को सैन्य उपकरणों एवं संसाधनों से मजबूत किया है। जबकि पिछले केंद्र की सरकारों में हमारी सेना संसाधनों के अभाव से जुझती रही। वहीं सांसद, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं चैयरमैन स्टैंडिंग कमिटी डिफेंस राधा मोहन सिंह ने कहा कि जैसा कि हम सभी को विदित है कि इस दो दिवसीय शौर्य वेदनम उत्सव का आयोजन किया गया है, इसमें तीनों सेनाओं के उपकरणों तथा विस्मयकारी प्रदर्शनी लगाई गई है,
जिससे नवयुवकों एवं आम जनमानस को सेना के साजो सामान को अवलोकन करने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ है, साथ ही सेना के क्रियाकलापों को जानने का भी मौका मिला है। भारतीय सेना जहाँ एक ओर रणभूमि में अपना पराक्रम दिखाती है वहीं दूसरी ओर कुछ पल निकालकर अपने देशवासियों से संपर्क में रहकर ऐसे प्रदर्शन के आयोजन से अपने सशस्त्र बलों को जानने का अवसर देती है।
आज का दिन विशेष रूप से हमारी बहनों, बेटियों और महिलाओं को सम्मानित करने का दिन है, जो हर क्षेत्र में अपनी मेहनत, समर्पण और संघर्ष के साथ देश को गर्वित करती हैं। हम सभी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इस अवसर पर एकत्रित हुए हैं, ताकि हम महिलाओं के अद्वितीय योगदान को पहचानें और उनके समर्पण को सलाम करें।
मैं इस मंच से विशेष रूप से भारतीय सेना के द्वारा महिलाओं के लिए किए गए प्रयासों को सलाम करता हूँ, जिन्होंने सशस्त्र बलों में महिलाओं की भूमिका को और भी सशक्त किया है। भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना ने महिलाओं को हर एक क्षेत्र में समान अवसर प्रदान करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। आज भारतीय सेना में महिला अधिकारियों की संख्या 3,000 से अधिक हो चुकी है। ये महिला अधिकारी अब सेना, वायुसेना और नौसेना में युद्धक भूमिकाओं से लेकर चिकित्सा, इंजीनियरिंग, लॉजिस्टिक्स, और प्रशासनिक कार्यों तक में अपनी सेवाएं दे रही हैं। वे हर क्षेत्र में उत्कृष्टता का परिचय दे रही हैं और सेना के प्रत्येक मोर्चे पर अपने योगदान से न केवल अपनी पहचान बना रही हैं, बल्कि देश की सुरक्षा और समृद्धि में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।
भारत सरकार ने इस दिशा में कई क्रांतिकारी कदम उठाए हैं। महिला अधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया को अधिक सुलभ और समान बनाने के लिए सरकार ने कई उपाय किए हैं। जैसे महिला अधिकारियों के लिए अस्थायी सेवा के स्थान पर स्थायी कमीशन का प्रावधान, जिससे महिला अधिकारी अधिक उच्च पदों तक पहुंच सकें और सेना में अपने कार्यों के प्रति समर्पण और निष्ठा दिखा सकें।
इसके अलावा, भारतीय सेना ने महिला अधिकारियों की भर्ती संख्या को बढ़ाने के लिए नए कदम उठाए हैं। विशेष रूप से भारतीय सेना में महिलाओं की भर्ती के लिए कई नई योजनाएं बनाई गई हैं, जो उन्हें प्रशासनिक, तकनीकी और कमांड क्षेत्र में भी अवसर प्रदान करती हैं। इन प्रयासों से महिलाओं को सेना में अपनी पूरी क्षमता दिखाने का अवसर मिल रहा है और वे अब पहले से कहीं अधिक सक्रिय रूप से रक्षा क्षेत्र में भागीदार हैं।
इसके साथ ही, भारतीय सेना और सरकार ने लड़कियों के लिए सैनिक स्कूलों और राष्ट्रिय सैन्य विद्यालयों में सीटों की संख्या बढ़ाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। अब इन विद्यालयों में अधिक से अधिक लड़कियों को प्रवेश दिया जा रहा है, ताकि वे भी सशस्त्र बलों में भर्ती होने के योग्य बन सकें। राष्ट्रिय सैन्य कॉलेज जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में भी लड़कियों के लिए सीटों का प्रावधान किया गया है, जिससे वे सेना में उच्च पदों पर पहुँचने के लिए प्रशिक्षित हो सकें। इन प्रयासों से हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि आने वाली पीढ़ी की महिलाएं सशस्त्र बलों में अपने स्थान को सुरक्षित कर सकें और देश की रक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।
बिहार और विशेष रूप से पूर्वी चम्पारण (मोतिहारी) की भूमि हमेशा से ही वीरता और शौर्य का प्रतीक रही है। यहाँ के लोग, विशेष रूप से युवा, राष्ट्रीय सुरक्षा में अपनी भूमिका निभाने के लिए तत्पर रहते हैं। यह गर्व की बात है कि आज इस क्षेत्र की महिलाएं भी भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना में अपनी पहचान बना रही हैं। पूर्वी चम्पारण की वीर महिलाएं न केवल परिवारों का गौरव बढ़ा रही हैं, बल्कि भारतीय सेना के सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण कार्यों में भी योगदान दे रही हैं। मुझे गर्व है कि यह क्षेत्र अब राष्ट्र की सेवा में अपनी महिलाओं को भेज रहा है, जो देश की रक्षा में अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं।
महिलाओं का यह योगदान हमारी सेना, देश और समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब एक महिला अपने सपनों को पूरा करने में सक्षम होती है, तो वह ने केवल अपने परिवार और समाज को प्रेरित करती है, बल्कि पूरे राष्ट्र को भी प्रेरित करती है। आज जब हम महिला दिवस मना रहे हैं, तो हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम हर कदम पर महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके समान अधिकारों की रक्षा करेंगे।
अंत में, मैं भारतीय सेना, सरकार और सभी सम्मानित अधिकारियों को धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने महिला अधिकारियों की भर्ती बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं और उन्हें प्रेरित किया है। मैं उन सभी महिला सैनिकों और अधिकारियों का अभिनंदन करता हूँ जिन्होंने देश की सेवा में अपने कदम आगे बढ़ाए हैं और जो हमें हमेशा प्रेरित करती हैं।
गौरतलब है कि सांसद श्री सिंह की पहल पर सेना के सामर्थ्य एवं पराक्रम का प्रदर्शन के इस उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी में सैन्य बल के सशक्तिकरण, सशस्त्र बल में रोजगार के अवसर, नवीनतम उपकरण और आधुनिक हथियार प्रदर्शन, डॉग शो, मोटर साइकिल प्रदर्शन, पैरामोटर, माइको लाइट फ्लाइंग, पैरा जम्प आदि मुख्य आकर्षण रहे। सेना के तीनों विंग स्थल, जल और वायु सेना के जवान कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में भारतीय सेना द्वारा उपयोग की जा रही आधुनिकतम हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई।
कार्यक्रम में बोफोर्स तोप, टी-90 टैंक, बोफोर्स गन, एक-47 सहित विभिन्न प्रकार के घातक अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान डॉग शो, रोबोटिक मल्स, मार्शल आर्ट , मोटरसाइकिल डिस्प्ले, ऑपरेशनल डेमो सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी प्रस्तुति हुई।