शोक: उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य सत्येन्द्र बीनू को मातृ शोक…. ममतामयी मां सुषमा देवी के निधन की खबर से शोक की लहर…

बक्सर

डेस्क/ विक्रांत। उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य सह अखिल भारतीय बारी संघ युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शिक्षाविद सत्येन्द्र कुमार उर्फ बीनू की माता सुषमा देवी का आज मंगलवार की सुबह निधन हो गई. उनके निधन की खबर को लेकर बारी समाज के लोगों के बीच शोक की लहर दौड़ गई. मृतका के पार्थिव शरीर की अंतिम दर्शन को लेकर उनके बाराणसी के रामनगर स्थित आवास पर विभिन्न सामाजिक व राजनीतिक संगठनों से जुड़े दिग्गजों की तांता लगी हुई है.

ममतामयी मां के निधन पर अखिल भारतीय बारी संघ के अध्यक्ष अधिवक्ता त्रिलोकी प्रसाद, बिहार राज्य बारी संघ के संरक्षक सह बिहार जनता दल यू अपिव सेल के उपाध्यक्ष सह अधिवक्ता भाई रामधनी भारती, अभावासं के सचिव सह पत्रकार दैनिक जागरण अरुण कुमार विक्रांत, बाराणसी से मनबोध रावत, पटना से शिवशंकर प्रसाद, धनबाद से केशव प्रसाद, रांची से ब्रजेश प्रसाद, मदन प्रसाद, रामनगर से राजेश कुमार उर्फ बाबू,

पूर्व वार्ड पार्षद शोभ नाथ प्रसाद बारी, पटना से एच के वर्मा, बाराणसी से मनन प्रसाद एवं बक्सर से दिलीप प्रसाद आदि ने शोक संवेदना व्यक्त की है. बता दें,अखिल भारतीय बारी संघ युवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य सत्येंद्र कुमार बारी वीनू जी की माता सुषमा जी का मंगलवार की प्रातः आठ बजकर चालीस मिनट पर निधन हो गई.

वे कुछ समय से बीमार चल रही थी, उनका इलाज वाराणसी के एक निजी अस्पताल मे चल रहा था. मूलतः चंदौली जिले के कबीरपुर कालोनी के निवासी और रामनगर वाराणसी में रहती थीं. परिवार में बीनू जी के पिता ब्रह्म देव बारी 70 का भी स्वास्थ्य ठीक नहीं है और उनका भी इलाज चल रहा है.

अपने माता पिता के इकलौते संतान रहने के बाद भी राष्ट्रीय भावना से ओत पोत व राष्ट्र व समाज हीत को समर्पित सत्येन्द्र कुमार बीनू पूर्णकालिक सामाजिक कार्यकर्ता बन सफरर बने हुए है. समरस समाज की स्थापना को लेकर सपना संजोए सत्येन्द्र उर्फ बीनू की कार्य संस्कृति व जीवन शैली से ममतामयी मां सुषमा देवी प्रसन्न रहा करती थी. इकलौता संतान रहने के बाद भी ममता मयी मां ने कभी भी सत्येन्द्र उर्फ बीनू को सम्माजिक कार्यो में ज्यादा समय गुजारने को कभी रोका व टोका नहीं.

बल्कि सदैव अपने आर्शिवचनों से बेटे बीनू को हर्षित बनाए रखा. एमबीए डिप्लोमा की शिक्षा ग्रहण करने के बावजूद सामाजिक एकता व समरस समाज की स्थापना को दिल में लालसा रखने वाला युवक सत्येन्द्र का कारवां कदम दर कदम बढ रहा है. मां सुषमा देवी की आत्मा बेटे को सदैव आशिष प्रदान करेंगी… तुम इस दुनिया में सदेह रहो न रहों मां पर आत्मा से तुम्हारा आशिर्वाद सदैव बनी रहेगी मां….. ममतामयी मां सुषमा देवी को शत् शत् नमन…