मोहम्मद खलील रिजवी की हत्या की न्यायिक जांच कराए सरकार,मृतक के परिवार को 20 लाख रूपए मुआवज़ा और सरकारी नौकरी दे सरकार
बक्सर/विक्रांत। मोहम्मद खलील रिजवी मॉब-लिंचिंग और जिन्दा जलाकर हत्या कर दिए जाने की घटना के खिलाफ इंसाफ मंच और भाकपा-माले ने संयुक्त तौर राज्यव्यापी न्याय मार्च के तहत डुमरांव में भी मार्च निकाला ।न्याय मार्च भाकपा माले कार्यालय के पास से निकला। जो नगर के विभिन्न सड़को से गुजरते हुए राजगढ़ चौंक पंहुचा।मार्च में शामिल माले व कथित इंसाफ मंच के नेताओ द्वारा नुक्कड़ सभा आयोजित किया।
वक्ताओं ने कहा कि नीतीश कुमार पर भाजपा की गिरफ्त रहने का आरोप लगाया और कहा कि अपनी ही पार्टी से जुड़े मुस्लिम नेताओं को भी मॉब लिंचिंग से नहीं बचा पा रहे हैं। वक्ताओ ने घटना के आरोपियों को सराय रंजन से जदयू विधायक सह बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी के खिलाफ आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। वक्ताओ ने कहा कि जिला प्रशासन मॉब लिंचिंग से इनकार कर रहा है और अपनी कमजोरी छिपाने के लिए इसे महज उत्पीड़न का केस बता रहा है।जब कि अभियुक्त विडियो बना कर उनमाद फैलाने का संदेश दे रहे ।लेकिन विधानसभा के अंदर माले के विधायक गण इस मामले को उठाएगी।
आगे वक्ताओं द्वारा मोहम्मद खलील रिज़वी के हत्याकांड की न्यायिक जांच कराने,मृतक के परिवार को 20 लाख रूपए का मुआवजा और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी प्रदान करने को लेकर सरकार से मांग किया गया। साथ ही स्पीडी ट्रायल चलाकर जघन्य अपराध के अभियुक्तों को अविलम्ब सजा दी जाए और इन अपराधियों के सम्पूर्ण आपराधिक उन्मादी गतिविधियों की समग्र जांच करने की मांग वक्ताओ द्वारा की गई।
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