भाकपा-माले का जिला समाहरणालय पर बिजली विभाग की मनमानी को लेकर बड़ा प्रदर्शन

बक्सर

प्रदर्शन में डुमरांव विधायक अजीत कुमार सिंह भी शामिल

डीएम व बिजली अधिकारियों संग हुई लंबी वार्ता

बक्सर, विक्रांत। भाकपा-माले ने आज जबरन स्मार्ट मीटर लगाने , बिजली संबंधी समस्याओं, रामपुर गांव(केसठ) के शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों के साथ अभद्र व्यवहार व बदतमीजी करने सहित मुकदमा किये जाने के खिलाफ डुमरांव विधायक अजीत कुमार सिंह, वरिष्ठ नेता रामदेव सिंह, बीडीसी मंजू देवी, सामाजिक कार्यकर्ता बसंत पाण्डेय, ऐपवा नेत्री रेखा देवी के नेतृत्व में बक्सर किला मैदान से आक्रोशपूर्ण जुलूस निकाला। जुलूस विभिन्न मार्गों से होते हुए जिला समाहरणालय पहुंचा।

समाहरणालय पहुंच कर जुलूस सभा में तब्दील हो गया। सभा की अध्यक्षता कामरेड वीरेंद्र सिंह ने किया और संचालन युवा नेता राजदेव सिंह ने किया। सभा को संबोधित करते हुए डुमरांव विधायक सह भाकपा-माले के राज्य नेता अजीत कुमार सिंह ने कहा कि भाजपा -जदयू की डबल बुलडोजर सरकार की नीतियों से हर तरफ स्मार्ट बिजली मीटर व बिजली विभाग के मनबढ़ू अधिकारियों के मनमानेपन से हाहाकार मचा हुआ है।

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जिले के प्रत्येक गरीब परिवार को बीपीएल कोटे से बिजली का कनेक्शन दिया गया था, इसके जगह अब सभी घरों में जबरन स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है । हद तो यह है कि अत्यंत गरीब लोग जिनके पास रहने के लिए कच्चा या पक्का मकान नहीं है, जो दाने-दाने को मोहताज हैं, उनके यहाँ भी बिजली विभाग के कर्मियों द्वारा बड़ी ही निर्लज्जता के साथ घर के पास बांस पर या पेड़ स्मार्ट मीटर लगा दिया जा रहा है।

ऐसे लोग भला इस स्मार्ट मीटर का बिजली बिल कैसे भर पाएंगे ? स्मार्ट मीटर पर से लोगों का भरोसा उठ चूका है । ये गरीबों पर जुल्म है । विभाग की मनमानी ऐसी है कि स्मार्ट मीटर नहीं लगाने पर पूरी बस्ती की या पुरे गांव का ही बिजली काट देते हैं। उन्होंने कहा कि रामपुर के ग्रामीणों के बुलावे पर जब मैं गया तो बैठक में सारी बातें हुई।

गौरतलब है कि बीते 11 सितंबर को रामपुर गाँव में बिजली के लोहे के पोल में करंट आने के कारण ददन रजक के गधे की मौके पर ही मौत हो गयी तथा उसे बचाने की कोशिश में दो अन्य लोग धनजी रजक और डिप्टी रजक भी घायल हो गए थे । ज्ञात हो कि इससे पहले भी बिजली पोल में करंट की चपेट में आने से दर्जनों पशुओं की मौत हुई है तथा कई लोग भी घायल हुए हैं।

ट्रांसफार्मर पर ख़राब स्विच को बदलने के लिए कई बार आवेदन दिया गया परन्तु कनीय अभियंता, केसठ के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी । इस दुर्घटना की भी बार-बार सुचना देने के बावजूद भी जब अधिकारीयों द्वारा गाँव की पावर सप्लाई बंद नहीं किया गया तो पीड़ितों के साथ-साथ अन्य ग्रामीण भी रामपुर / चकौड़ा पावर ग्रिड जाकर मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए।

बासुदेवा थानाध्यक्ष की उपस्थिति में सहायक अभियंता, डुमराँव तथा कनीय अभियंता केसठ के साथ ग्रामीणों व जनप्रिनिधियों के बीच शांतिपूर्ण बातचीत हुई । लेकिन सभी प्रदर्शनकारियों के ग्रिड पर से चले जाने के बाद बदले की भावना से 5 सामाजिक कार्यकर्ताओं व जनप्रतिनिधियों पर नामजद तथा 50 अज्ञात पर फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया गया ।

डुमरांव विधायक ने कहा कि स्पष्ट है कि यह सब जनता को लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत धरना/प्रदर्शन के रोकने और विभाग के मनमानेपन के कारण किया गया है।
अन्य वक्ताओं में सिमरी के प्रखंड सचिव कामरेड हरेंद्र राम, डुमरांव के प्रखंड सचिव कन्हैया पासवान , खेग्रामस जिला सचिव नारायण दासभी शामिल थे।

सभा के दौरान ही मांगों को लेकर डुमरांव विधायक के नेतृत्व में एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी बक्सर से मिला ।प्रतिनिमंडल में माले के नवानगर सचिव वीरेंद्र सिंह, चौगाई के माले सचिव धर्मेंद्र सिंह यादव , रामपुर बीडीसी मंजू देवी और रामपुर के मुखिया प्रतिनिधि सह सामाजिक कार्यकर्ता बसंत पाण्डेय शामिल थे।

करीब घंटे भर चली वार्ता में प्रतिनिधिमंडल ने अपनी एक एक मांगों को बारी बारी से रखा जिसे जिलाधिकारी ने और बिजली विभाग के बुलाए गए सारे अधिकारियों ने ध्यान से सुना और उसपर यथोचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। उन्होंने इस बात को माना कि बिना जागरूक किये स्मार्ट मीटर नहीं लगाया जाएगा तथा तत्काल स्मार्ट मीटर को थोपना बंद किया जाएगा। मुकदमे के बारे में जिलाधिकारी ने कहा कि वो एसपी से मुकदमा वापसी पर बात करेंगे।

निम्नलिखित तमाम मांगों पर बारी बारी से बात हुई जिसपर जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया-

  1. जबरन स्मार्ट मीटर लगाना बंद किया जाय ।
  2. 200 यूनिट बिजली सभी वर्ग के लिए और कृषि के लिए किसानों को 20 घंटे मुफ्त बिजली मुहैया कराया जाय ।
  3. रामपुर के प्रदर्शनकारियों पर से फर्जी मुकदमा वापस किया जाय ।
  4. बिजली करेंट से मृत पशुओं के पीड़ितों को अविलम्ब मुवाबाजे का भुगतान किया जाय ।
  5. दलितों से गाली-गलौज करने, धमकाने वाले केसठ कनीय अभियंता (JE) को बर्खास्त किया जाय ।
  6. दुर्भावना व द्वेष के कारण फर्जी मुक़दमा करने वाली बसदेवा थानाध्यक्ष को निलंबित किया जाय ।
  7. जर्जर बिजली के तारों को अविलम्ब बदला जाय तथा ग्रामीण स्तर पर जम्पर लगाया जाय।
    जुलूस में माले के स्थाई समिति नेता संजय शर्मा, खेग्रामस सचिव नारायण दास , राजपुर के माले सचिव वीरेंद्र यादव, केसठ प्रखंड कमिटी सदस्य वीरेंद्र प्रसाद, आलमगीर अंसारी, युवा नेता शिवजी राम, वीरन कुमार, ओम जी,नासिर हसन , युवा नेता सुरेंद्र कुशवाहा, हरिद्वार राम, बीडीसी खेवली अनाम पासवान, संजय सिंह,छात्र नेता आइसा से अंकित सिद्धार्थ, अखिलेश ठाकुर, उमेश यादव, भगवान दास आदि शामिल थे।