डुमराँव : अनुमंडल का दर्जा मिले 27 साल गुजर गए, पर नागरिकों की हसरतें रह गई अधूरी

बक्सर

डुमराँव अनुमंडल की स्थापना दिवस 22 अप्रैल को राजकीय समारोह पूर्वक मनाए जाने की नागरिको ने की मांग…

बक्सर/विक्रांत। प्रखंड से डुमरांव को अनुमंडल का दर्जा मिले 27 साल गुजर गए। पर डुमरंाव अनुमंडल अब तक कई तरह के अभाव का दंश झेलने पर विवश है। विगत 22 अप्रैल, 1994 को पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने डुमरांव को अनुमंडल का मूर्तरूप प्रदान किया था।

डुमराँव को अनुमंडल का दर्जा मिलते ही यहां के नागरिको ने विकास का सपना देखना शुरू कर दिया। लेकिन यहां के नागरिको की हंसरतें अधूरी रह गई। हाला कि कई साल के बाद सौगात के रूप में अनुमंडल कार्यालय को भव्य भवन जरूर मिला। लेकिन भव्य भवन मे मौजूद कई कक्ष में बैठने वाले कई विभाग के अधिकारी का पद रिक्त है।

इस अनुमंडल में कई विभाग के अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारियों में अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी, अनुमंडल आपूर्ति पदाधिकारी, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, अपर अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी के आलावे दो कार्यपालक पदाधिकारी का पद रिक्त है। सात अंचल को अपने दामन में समेटे करीब 11 लाख की आबादी वाले डुमराँव अनुमंडल में अब तक निबंधन कार्यालय, सब-जेल एवं फौजदारी न्यायालय नहीं खुल सका। एक अदद बस पड़ाव एवं बाईपास सड़क का निर्माण नहीे हो सका। व्यवहार न्यायालय के भवन का निर्माण नहीं हो सका। प्रस्तावित मेडिकल कालेज निर्माण का मामला अधर में लटका रह गया।

  • नए वित्तीय वर्ष में सरकार से सौगात मिलने की लगी है आस-
    इस अनुमंडल के नागरिको की नए वित्तीय वर्ष पर नजर बनी हुई है। निबंधन विभाग द्वारा आगामी वित्तीय बर्ष में डुमरंाव में अवर निबंधन कार्यालय खोले जाने को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। राज्य सरकार के मंत्रीपरिषद द्वारा अतिंम मोहर लगाए जाने की यहां के नागरिको को बेसब्री से इंतजार है।
  • डुमराँव व्यवहार न्यायालय के भवन निर्माण के लिए अनुमंडल प्रशासन ने जमीन खोज कर रखा है। हाई कोर्ट द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद भवन निर्माण का रास्ता साफ होना तय है। डुमराँव में करीब 4 किलो मीटर लंबाई वाले बाईपास रोड का निर्माण कराए जाने की कवायद कार्य एजेंसी पथ प्रमंडल, औरंगाबाद द्वारा जारी है।
  • बाई पास रोड के लिए करीब सात पंचायतों के जमीन अधिग्रहण संबधी संचिका पर कार्य जारी है। अनुमंडल के केसठ में आईटीआई का भवन निर्माण कार्य अतिंम मुकाम पर पंहुच चुका है। अगस्त माह से आईटीआई संस्थान चालू होने की पूरी संभावना है। उस्ताद बिस्मिल्ला खां की स्मृति में संगीत विश्व विद्यालय की स्थापना को लेकर कवायद जारी है।

अनुमंडल का दर्जा दिलाने में संर्घष करने वाले की लंबी सूचि-
डुमराँव को अनुमंडल का दर्जा दिलाने को लेकर लंबी अवधि तक संर्घष करने वाले सर्वदलीय नेताओं में पूर्व सांसद तेजनारायण सिंह, सिनीयर सिटीजन सत्यनारायण प्रसाद, अधिवक्ता शंभू शरण नवीन, अधिवक्ता ओमप्रकाश वर्मा, प्रबुद्ध नागरिक दशरथ प्रसाद विद्यार्थी, सच्चिदानंद भगत,पूर्व सांसद अली अनवर, पत्रकार प्रियरंजन राय, शिवजी पाठक, रामबहादुर सिंह, रामजी सिंह शेरे दिल, प्रदीप शरण श्रीवास्तव, मदन केशरी जिगर, शम्मी अख्तर हाशमी, शैलेन्द्र श्रीवास्तव, ललन प्रसाद कुशवाहा, सुकर राम, अजीत कुमार सिंह, दिलीप कुमार बजाज, अलीम हाशमी एवं रामजी सिंह यादव आदि का नाम शामिल है।

हालाकि को अनुमंडल का दर्जा के लिए संर्घष करने वाले कई प्रबुद्ध दिवगंत लोगो में रामेश्वर नाथ तिवारी, डा.परमेश्वर दयाल, नलिनी प्रसाद त्यागी, ददन सिंह यादव, द्वारिका प्रसाद केशरी, सरयू राय, मधुप जी, बी.एल.गहमरी, पूर्व पार्षद मधुसूदन प्रसाद, बृजबिहारी सिंह, फोटोग्राफर बिजय कुमार गुप्ता, स्वतंत्रता सेनानी जवाहर लाल श्रीवास्तव, काशीनाथ प्रसाद, पूर्व चेयरमैंन डा.काजी अहमद आजम एवं पूर्व शिक्षक लक्ष्मण सिंह यादव आदि का नाम शामिल है। सिनीयर सिटीजन सत्यनारायण प्रसाद ने कहा कि अनुमंडल को दर्जा दिलाने के लिए यहां के नागरिको ने लगातार करीब एक दशक तक संर्घष करने का काम किया है। संर्घष की परिणति डुमरांव को अनुमंडल का मूर्त रूप मिल सका है।

-क्या कहते है एसडीएम-

डुमरांव अनुमंडल की स्थापना दिवस राजकीय समारोह पूर्वक मनाए जाने को लेकर संबधित उच्च अधिकारियों से पत्राचार किया जाएगा। अनुमंडल क्षेत्र में विकास कार्य जोरो पर है। डुमरांव में आईटीआई संस्थान की स्थापना के लिए भवन निर्माण का कार्य अतिंम मुकाम पर है। जल्द ही पढ़ाई शुरू होगा।

निबंधन कार्यालय जल्द खोले जाने की संभावना है। डुमरंाव में बस पड़ाव, व्यवहार न्यायालय के भवन निर्माण, एएनएम प्रशिक्षण केन्द्र के भवन निर्माण को लेकर जमीन की खोज कर ली गई है।