फूलों की खेती में करियर बनाने को कृषि कालेज में प्रशिक्षण शुरू
बक्सर/विक्रांत। वर्तमान परिवेश में युवक युवतियों को हूनरमंद होना जरूरी है।हूनर के बूते व्यक्तित्व का विकास व उन्नति का मार्ग आसान हो सकता है। सूबे के युवक युवतियों को हूनरमंद बनाए जानें को लेकर कई योजनाएं सरकार द्वारा शुरू की गई है। हूनरमंद व उच्च शिक्षा प्राप्त करने को सरकार ने युवक युवतियों स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना शुरू कर रखी है।
स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड के माध्यम से युवतियों को महज एक प्रतिशत सूद एवं युवकों को चार प्रतिशत सूद पर चार लाख की राशि बतौर शिक्षा ऋण उपलब्ध कराती है। यह बातें कृषि कालेज के प्राचार्य सह अधिष्ठाता प्रो.मुकेश कुमार सिन्हा ने गुरूवार को बामेति के सौजन्य से आयोजित बागवानी प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन के दौरान कहीं।
उन्होनें कहा कि किसी भी चीज का आधार भूत जानकारी रखना जरूरी है। वर्तमान परिवेश में बिहार का युवक-युवती हूनर जरूर खोज रहा है। हूनर सीखने का मतलब है, दुसरे की कला को आत्मसात करना है। शिविर के नोडल पदाधिकारी वरीय वैज्ञानिक डा.बिनोद कुमार सिंह ने कहा कि प्रशिक्षणार्थियों को कालेज परिसर में अनुशासन के बीच प्रशिक्षण प्राप्त करना जरूरी है।बामेति द्वारा आयोजित आठ दिवसीय शिविर का मतलब हूनर विकसित करना है।
इस मौके पर एकेडेमिक सेल के प्रभारी डा.मणीभूषण ठाकुर,डा.ए.के.जैन के अलावा प्रशिक्षक सह विज्ञानियों में डा.पवन शुक्ला, डा.नीतू सिंह, डा.प्रियंका कुमारी, डा.रणवीर कुमार, डा.अंसारी एवं डा.अभिनव कुमार सहित विभिन्न जिला के कुल 30 प्रशिक्षणार्थी मौजूद थे।