डुमराँव/ बीपी। जननायक कर्पूरी ठाकुर के जन्मशताब्दी पर भाकपा-माले द्वारा आहूत कार्यक्रम ‘संविधान बचाओ- लोकतंत्र बचाओ जन अभियान’ के तहत डुमराँव में पदयात्रा निकाली गई।
सोशलिस्ट-कम्युनिस्ट एकता के प्रबल हिमायती, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की विरासत जिंदाबाद के नारो के साथ माले कार्यक्रताओं द्वारा पदयात्रा निकाली गई.माले कार्यालय से निकला पदयात्रा मुख्य सड़क स्टेशन रोड, गोला रोड़ होते हुए डुमराँव गढ़ पहुँचा. वहां सभा में तब्दील हो गया।
सभा का संचालन नीरज कुमार ने किया । पदयात्रा का नेतृत्व भाकपा माले के जिला सचिव कॉम नवीन कुमार व डुमराँव सचिव सुकर राम ने कर रहे थे । आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए माले नेताओं ने कहा कि सभी को पता था कि भाजपा बिहार में सत्ता हथियाने के लिए उतावली है।
ये तो वक्त ही बताएगा कि नीतीश कुमार भाजपा के जाल में कैसे फंसे । लोकतंत्र और सामाजिक न्याय की लड़ाई के विरुद्ध इस विश्वासघात को हमेशा याद रखा जाएगा । वक्ताओ ने कहा कि बिहार इस धोखाधड़ी को बर्दाश्त नहीं करेगा और इस फासिस्ट हमले का कड़ा जवाब देगा।
माले नेताओं ने कहा कि जब कर्पूरी ठाकुर जी ने आरक्षण लागू करने के लिए निर्णायक कदम उठाए थे और सामाजिक न्याय के एजेंडा को आगे बढ़ाया था तब भी आरएसएस ने पुरजोर विरोध किया था । सडकों पर रैल्ली निकलकर कर्पूरी ठाकुर जी को गाली तक दिया।
उन्हें सत्ता में ज्यादा दिन रहने नहीं दिया गया था, उनका दोनों बार का मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल बेहद छोटा ।रहा । वक्ताओ ने कहा कि आज नीतीश कुमार का इस्तेमाल करके, जो भाजपा-आरएसएस का मुहरा बन सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे, लोकतंत्र की लड़ाई को कमजोर करना चाहती है ।
धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र, सामाजिक और आर्थिक न्याय और जनाधिकारों के लिए संघर्षरत ताकतों को फासीवादी साजिशों को शिकस्त दे कर कर्पूरी ठाकुर जी की लोकतांत्रिक विरासत को आगे बढ़ाना होगा । 30 जनवरी को बक्सर में गांधीजी की शहादत दिवस पर भाकपा-माले ज्योतीचौक पर कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को इस विश्वासघात से अवगत कराएगा ।
आज आधुनिक भारत के संविधान को पुर्नस्थापित करने की चुनौती हमारे लिए सबसे बड़ी है । बिहार की जनता ने ब्रिटिश राज से लेकर जमीन्दारी व्यवस्था और सामंती वर्चस्व तक अन्याय और दमन की सभी ताकतों को ऐतिहासिक रूप से पराजित किया है । आज फासीवाद के खिलाफ लोकतंत्र की जंग में भी बिहार की जनता की जीत होगी ।
पदयात्रा में ऐपवा नेत्री रेखा देवी, संध्या पाल, पूजा कुमारी, लीलावती देवी, पुष्पा देवी, लक्ष्मी देवी, कृष्णा राम, वीर उपाध्याय, धर्मेंद्र सिंह, जाबिर कुरैशी, शिवजी प्रसाद, श्रीभगवान पासवान, शिवशंकर तिवारी सहित सैकड़ों लोग शामिल रहें ।