स्थापना के आठ साल गुजर गए पर नहीं बना व्यवहार न्यायालय का भवन…
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश संजय करोल का आज डुमरांव आने की चर्चा…
चंद माह पहले भी डुमरांव पधारे थे न्यायाधीश श्री करोल
बक्सर/बीपी। डुमरांव स्थित व्यवहार न्यायालय करीब आठ साल के बाद भी पशुपालन विभाग द्वारा दिए गए उधार के भवन में चल रहा है। व्यवहार न्यायालय के भवन व न्यायिक अधिकारियों के आवास निर्माण के लिए करीब 6.75 एकड़ जमीन की खोज करीब आठ साल से चल रहा है।
हाला कि व्यवहार न्यायालय के भवन निर्माण व न्यायिक अधिकारियों के आवास का निर्माण कराए जाने को अनुमंडल प्रशासन द्वारा बीएमपी-चार के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने अवस्थित हरियाणा फार्म की जमीन चिह्ति किया गया। पर उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एल.पी. शाही द्वारा अनुचित व अव्यवहारिक ठहराते हुए अस्वीकृत कर दिया गया।
नतीजतन, व्यवहार न्यायालय के भवन व न्यायिक अधिकारियों के आवास निर्माण का मामला अब तक अधर में लटका हुआ है। व्यवहार न्यायालय आज भी उधार के भवन में चलता है।
अपना जमीन होने के बाद होगा विस्तार-उधार के भवन में चलने वाले डुमरांव व्यवहार न्यायालय का अपना जमीन होने के बाद विस्तार होना तय है। व्यवहार न्यायालय का नजारा बदल जाएगा। एकतरफ जमीन पर व्यवहार न्यायालय के लिए दो मंजिला भवन एवं दस कोर्ट का निर्माण कराए जाने की योजना है।
साथ ही भवन का निर्माण होने के बाद व्यवहार न्यायालय में आॅन लाईन मुकदमा दर्ज कराए जाने एवं सीसीटीवी कैमरा से निगरानी किए जाने की योजना है। व्यवहार न्यायालय में न्यायाधीश का अभाव-गत 2015 में स्थापित डुमरांव व्यवहार न्यायालय में न्यायाधीश का अभाव व्याप्त है।
अनुमंडल के सात अंचल को अपने दामन में समेटे व्यवहार न्यायालय इन दिनों महज तीन न्यायिक अधिकारियों के बूते चलता है। इसके पूर्व व्यवहार न्यायालय में पांच न्यायिक अधिकारियों की पदस्थान थी।
सूत्रों की मानें तो इस व्यवहार न्यायालय में विभिन्न प्रकार के नित्य आठ से दस मुकदमा दर्ज होता है। निष्पादन प्रति माह में दस से बारह होता है। न्यायिक अधिकारियों के अभाव के बीच व्यवहार न्यायालय मुकदमें के बोझ से दबा सा महसूस करता है।
‘सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश का सोमवार को आगमन की चर्चा’
डुमरंाव में कल सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश सह पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश संजय करोल के डुमरांव आगमन को लेकर चर्चा बनी हुई है।सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के आगमन की चर्चा को लेकर डुमरांव नगर परिषद नगर के प्रमुख स्थानों में व्यवहार न्यायालय परिसर व आस पास के क्षेत्रों सहित प्रमुख धार्मिक स्थानों साफ सफाई कराने के प्रति सजग है।
बता दें, चंद माह पहले पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के पद पर आसीन रहने के दौरान श्री करोल सपरिवार डुमरांव पहंुचे हुए थे। उन्होनें नगर के जगनारायण सिंह अस्पताल के निकट स्थित मां भगवती मंदिर, बांके बिहारी मंदिर एवं डुमरेजिन मंदिर में पहुंच कर पूजा अर्चना की थी। यहां से जाने के कुछ ही दिनों के बाद श्री करोल पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश बना दिए गए। सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश बनने के बाद पहली बार श्री करोल का डुमरांव आगमन की चर्चा है।