बुखार से पीड़ित चिकित्सक डा.बीरेन्द्र राम का ईलाज आरा में जारी। अस्पताल उपाधीक्षक के प्रभार का मामला लटका
Buxar, Before Print : डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक का प्रभार लेने के पहले ही चिकित्सक डा.बीरेन्द्र कुमार के बुखार से पीड़ित हो जाने का मामला प्रकाश में आया है। बुखार एवं शारीरिक रूप् से कमजोरी महसूस कर रहे डा. बीरेन्द्र राम का ईलाज आरा के जारी है। डुमरांव के सरकारी अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सक व हडड्ी रोग बिशेषज्ञ डा.बीरेन्द्र कुमार नें बुखार से पीड़ित रहने व शरीर में कमजोरी का हवाला देते हुए सिवील सर्जन के यहां उचित ईलाज के लिए 5 दिनों का आकस्मिक अवकाश को आवेदन भेजा है। हडड्ी रोग विशेषज्ञ डा.बीरेन्द्र राम के आकस्मिक बीमार होने की खबर सुनकर हडड्ी रोग के रोगियों सहित उनके परिजनों के बीच मायूशी छा गई है।
जब कि डा.राम बीमारी हालत में ईलाज को अवकाश पर चले गए है। वहीं डा.राम की ओपीडी ड्यूटी के दरम्यान (शनिवार एवं रविवार) अनुमंडल अस्पताल में जुटने वाले हडड्ी के रोग से ग्रसित रोगियों का ईलाज कौन करेगा। यह एक विकट समस्या अस्पताल प्रबंधन के समक्ष खड़ी हो गई है। अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डा.गिरीश कुमार सिंह ने बताया कि चिकित्सक डा. बीरेन्द्र राम बुखार से पीड़ित है। उनके द्वारा अवकाश को दिए आवेदन को सिवील सर्जन के अग्रसारित कर भेज दिया गया है।
वहीं जिलाधिकारी के निर्देश पर सिवील सर्जन डा.जीतेन्द्र नाथ ने एक आदेश जारी कर अस्पताल उपाधीक्षक डा.गिरीश कुमार सिंह को प्रशासनिक दृष्टि से वितीय व प्रशासनिक कार्य से मुक्त करते हुए डा.बीरेन्द्र राम को उपाधीक्षक नामित किया था। सिवील सर्जन द्वारा जारी आदेश के आलोक में अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक का प्रभार डा.राम को सौपें जाने का कवायद चल रहा था। इसी बीच अस्पताल के चिकित्सक डा.राम का बुखार से पीड़ित हो गए। अब उनके द्वारा अस्पताल उपाधीक्षक के प्रभार लिए जाने का मामला टल गया है।