बक्सर/बीपी। मोटे अनाज मानव स्वास्थ के लिए दवा से अधिक फायदेमंद है।एकतरफ मोटे अनाज चीनी रोग एवं ब्रेस्ट कैंसर के रोगियों के लिए लाभकारी है।प्रसूता महिलाओं के शरीर में दूध को बढ़ाता है।दुसरी ओर मानव शरीर में मौजूद आंख की रौशनी को बढ़ाता है। अनिद्रा जैसी बीमारी को भगाता है।मोटे अनाज का सेवन मानव शरीर के लिए हर एंगल से लाभकारी है। पूरी दुनिया में श्री अन्न(मोटे अनाज) की खपत बढ़ी है।
उक्त बातें डुमरांव के चर्चित व सरकारी चिकित्सक डा.राजेश कुमार सिंह ने सेंटर आफ फार मिलेट्स वैल्यू चेन परियोजना अंर्तगत स्थानीय वीर कुंवर सिंह कृषि कालेज के सभागार में सोमवार को मोटे अनाज के उत्पादन तकनीक एवं मूल्य संर्वद्धन विषय पर आयोजित तीन दिवसीय किसान प्रशिक्षण शिविर का मुख्य अतिथि के रूप में उद्घाटन के दौरान कही।
ओएसिस अस्पताल सह सरकारी चिकित्सक डा.राजेश कुमार सिंह ने कहा कि मोटे अनाज किसानों की पुरानी विरासत है। प्राचार्य सह अधिष्ठाता प्रो.मुकेश कुमार सिन्हा ने मोटे अनाज की महत्ता पर प्रकाश डाला और कहा कि मोटे अनाज यथा बाजड़ा, मक्का,मड़ुआ एवं ज्वार श्री-अन्न की संज्ञा से नवाजे जाने के पीछ इसकी महत्ता है।
पोषण के लिए अन्न दाता किसानों को पुरानी विरासत को वापस लाने की जरूरत है। प्राचार्य सह अधिष्ठाता प्रो.मुकेश सिन्हा ने कहा कि मोटे अनाज के उत्पादन व उत्पादकता के लिए कालेज विज्ञानी किसानों को सहयोग प्रदान करने को तैयार है। उन्होनें कहा कि देश के प्रधानमंत्री द्वारा श्री-अन्न यानि मोटे अनाज की उत्पादकता व उत्पादन को लेकर काफी जोर दिया गया है।
वर्तमान परिवेश में मोटे अनाज का नामकरण श्री-अन्न कर दिया गया है। उन्होनें किसानों से को मोटे अनाज की बाजार मूल्य को देखते हुए उत्पादन करने करने की अपील की। मौके पर आयोजित समारोह का संचालन कृषि अभियंत्रण कालेज की कनीय विज्ञानी सह शिक्षिका डा.चित्रा शुक्ला व शिक्षिका सह कनीय विज्ञानी डा.सुमन लता ने किया।
शिविर के प्रथम दिन भाग लेने वाले कुल 30 किसानों को बतौर प्रशिक्षक विज्ञानियों की टीम में शामिल प्रधान विज्ञानी डा.रियाज अहमद, डा.मणीभूषण ठाकुर,डा.सी.प्रभाकर डा.अविनाश कुमार,डा.नंदिता कुमारी,डा.प्रियंका कुमारी,डा.सौरभ कुमार, डा.आशा कुमारी, डा.सुबोध कुमार,एवं डा.ए.सक्सेना प्रशिक्षण प्रदान की गई। विज्ञानियों द्वारा मोटे अनाज के उत्पादन तकनीक, मूल्य संर्वद्धन,प्रभेदों के चयन, रोग व्याधि एवं कीट प्रबंधन के बारे में प्रशिक्षणार्थी किसानों के बीच जानकारी प्रदान की गई।
इसके पूर्व कृषि कालेज डुमरांव के प्राचार्य सह अधिष्ठाता प्रो.मुकेश कुमार सिन्हा के नेतृत्व में प्रधान विज्ञानी डा.रियाज अहमद एवं कार्यक्रम समन्वयक डा.शांति भूषण द्वारा मुख्य अतिथि डा.राजेश कुमार सिंह को पुष्प गुच्छ व बदन पर अंगबस्त्र ओढ़ा कर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम के समन्वयक डा.शांतिभूषण ने बताया कि बीएयू के कुलपति डा.डी.आर.सिंह के दिशा-निर्देश पर स्थानीय कृषि कालेज में मोटे अनाज के उत्पादन व उत्पादकता को बढ़ावा दिए जाने को लेकर किसानों को शिविर के माध्यम से जागरूक किया जाता है।