बक्सर/बीपी। जिला के डुमरांव स्थित कृषि कालेज में श्री-अन्न(मोटे अनाज) की उत्पादकता व उत्पादन के साथ उसके मूल्य संवर्द्धन बिषय पर तीन दिवसीय किसान प्रशिक्षण शिविर का डीसीएलआर डा.शहजाद हुसैन ने दीप प्रज्जवलित कर आगाज किया। मौके पर डीसीएलआर ने कहा कि वाकई मोटे अनाज के सेवन का लाभ मानव शरीर को मिलता है।
मोटे अनाज किसानों के पुरानी विरासत की पहचान है। उन्होनें कहा कि अन्नदाता किसानों को उर्जावान के साथ अर्थवान बनाना जरूरी है। किसानों को अर्थवान बनाने में भी मोटे अनाज सार्थक साबित हो सकता है। अपने अध्यक्षीय संबोधन के दौरान प्राचार्य सह अधिष्ठाता प्रो.मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि श्री अन्न देवी देवताओं तक को प्यारा है।
उन्होनें कहा कि भगवान भाष्कर की पूजा अर्चना में मोटे अनाज का बना हुआ प्रसाद भी उन्हें चढ़ाया जाता है। उन्होनें किसानों से मोटे अनाज का उत्पादन करने की अपील की और कहा कि कृषि कालेज के विज्ञानी मोटे अनाज के उत्पादन के दौरान उन्हें हर संभव सहयोग करने को तैयार है। इसके पहले प्राचार्य डा.सिन्हा ने डीसीएलआर को पुष्प गुच्छ व अंगबस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।
कनीय विज्ञानी सह प्राध्यापक डा.अविनाश कुमार सक्सेना संग कार्यक्रम के समन्वयक विज्ञानी सह सहायक प्राध्यापक डा.शांति भूषण ने प्राचार्य डा.सिन्हा को फूलों का गुलदस्ता व अंगबस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। मौके पर आयोजित समारोह का संचालन कनीय विज्ञानी सह प्राध्यापिका डा.सुमन लता एवं डा.नंदिनी कुमारी साहा ने किया।
कनीय विज्ञानी डा.सुमन लता ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन के निर्देश पर इस कालेज में समय समय पर विभिन्न विषय पर किसानों को तकनिकी तौर पर प्रशिक्षित किया जाता है। अन्नदाता किसानों को उर्जावान संग अर्थवान बनाना लक्ष्य है।