बक्सर/बीपी। बिहार का अकेला डुमरांव स्थित पशुपालन विभाग के हरियाणा फार्म में कार्यरत कर्मचारियों का चार माह से वेतन का भुगतान नहीं हो सका है।चार माह से वेतन का भुगतान नहीं होने से प्रक्षेत्र के कर्मचारियों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। वेतन का भुगतान नहीं होने से दशहरा जैसे पर्व भी कर्मचारियों व उनके परिजनों को उदासी में गुजरा। अब उनकी निगाहें दीपावली पर्व की ओर बनी हुई है। हरियाणा फार्म में कार्यरत एक कर्मी ने अपना नाम व पदनाम नहीं छापनें की शर्त पर बताया कि कई कर्मचारियों के परिवार का भरण पोषण महज वेतन की राशि पर टिका हुआ है। उनके पास परिवार के भरण पोषण का अन्य कोई साधन व सहारा नहीं है।
फार्म के प्रभारी प्रबंधक वितीय शक्तिविहीन – हरियाणा फार्म के प्रबंधक का पद कई माह से प्रभारी के बूते चल रहा है। पशुपालन विभाग द्वारा कई माह से फार्म प्रबंधक के पद पर किसी की पदस्थापन नहीं की जा सकी है। पशुपालन विद्यालय के प्रशिक्षक सह शिक्षक डा.किशोर कुणाल को फार्म के प्रबंधक का प्रभार प्रदान किया गया है। पर उन्हें विभाग द्वारा वितीय शक्ति का प्रभार नहीं दिया गया है। नतीजतन कर्मचारियों के वेतन भुगतान सहित प्रक्षेत्र का कई महत्वपूर्ण कार्य धन के बिना अवरूद्ध सा हो गया है।
जानकार सूत्रों की मानें तो हरियाणा फार्म में मौजूदा 59 मवेशियों का चारा व दाना समाप्ति के कगार पर पहुंच चुका है। हाला कि हरियाणा फार्म के प्रभारी प्रबंधक डा.किशोर कुणाल का कहना है कि मवेशियों के दाना व चारा पर्याप्त मात्रा में है। उन्होनें बताया कि फार्म के कर्मचारियों के वेतन का भुगतान बकाया रहने के बारे में विभाग के वरीय अधिकारी को अवगत कराया जा चुका है। आश्चर्यजनक बात तो यह है कि हरियाणा फार्म की दुसरी यूनिट पशुपालन विद्यालय के मुख्य अनुदेशक का प्रभार जिला पशुपालन पदाधिकारी को सौंपा गया है।
पशुपालन विभाग द्वारा उन्हें वितीय शक्ति भी प्रदान किया गया है। इस संस्थान के कर्मचारियों के वेतन का भुगतान समय पर होता है। जिला पशुपालन पदाधिकारी सह पशुपालन विद्यालय के प्रभारी मुख्य अनुदेशक सुनिल कुमार सिंह ने बताया कि विभाग के उच्चाधिकारी को हरियाणा फार्म के कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं हो पाने की समस्या से विभाग के उच्चाधिकारी को अवगत कराया जा चुका है। जल्द ही विभाग द्वारा हरियाणा फार्म के कर्मियों बकाए भुगतान के सिल सिले में कदम उठाया जाएगा।