बक्सर/बीपी। डुमरांव स्थित कृषि कालेज के सभागार में फल व फूल की खेती को बढ़ावा दिए जाने को लेकर किसानों की आयोजित दो दिनी किसान प्रशिक्षण शिविर गुरूवार को संपन्न हो गई। मौंके पर आयोजित समारोह को प्राचार्य सह अधिष्ठाता प्रो.मुकेश कुमार सिन्हा ने संबोधित करते हुए कहा कि फलों के अधिक उत्पादन के लिए पौधों का प्रवर्द्धन जरूरी है।
उद्यान विभाग के विभागाध्यक्ष सह वरीय विज्ञानी प्रो.डी.के.सिंह ने कहा कि वानस्पतिक ढ़ंग से परिवर्द्धित वृक्षों में फलों की उत्पादन क्षमता बढ़ाए जाने की अपार संभावनाएं रहती है। उन्होनें कहा कि फल वाले पौधे के बेहत्तर किस्म तैयार करने के लिए कटिंग,ग्राफटिंग एवं लेयरिंग विधि को अपनाया जा सकता है।
कार्यक्रम की समन्वयक डा.नंदिता कुमारी एवं डा.मजरूल हक ने बताया कि कालेज प्रबंधन द्वारा कृषि प्रक्षेत्र में क्षेत्र के मशहूर फल बैर एवं लुप्त होते करवन के पौधों का रोपण करवाने की योजना बनाई गई है। शिविर समापन पर कालेज प्रबंधन की ओर से प्रशिक्षणार्थी किसानों के बीच प्रमाण पत्र वितरित किया गया।
उद्यान प्रक्षेत्र का अभाव- अनुमंडल मुख्यालय डुमरांव में उद्यान का अभाव बना हुआ है। उद्यान प्रक्षेत्र का अभाव स्थानीय नागरिकों को खटकता है। उद्यान नहीं रहने के चलते स्थानीय नागरिकों को फल व फूल के पौधों के लिए बक्सर का चक्कर लगाना पड़ता है।
स्थानीय कृषि कालेज में करीब एक साल पहले काफी जोर शोर के साथ फल व फूल का पौधा बिक्री केंद्र स्थापित किए जाने को लेकर उद्यान की स्थापना जरूर की गई। पर कृषि कालेज का उद्यान विभाग सामान्य लोगों तक फूल व फल के पौधों को उपलब्ध कराने में विफल सा साबित होकर रह गया।