बक्सर/बीपी। डुमरांव अनुमंडल कार्यालय के सभा कक्ष में पुलिस व प्रशासन द्वारा अनुमंडल का 30 वीं स्थापना दिवस पर एक सादे समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के बीच अनुमंडलाधिकारी राकेश कुमार, अनुमंडल आरक्षी पदाधिकारी अफाक अख्तर अंसारी एवं भूमि उप समाहर्ता शहजाद हुसैन ने संयुक्त रूप से केक काटकर खुशी का इजहार किया। साथ ही अनुमंडल आरक्षी पदाधिकरी एवं अनुमंडलाधिकारी ने एक दुसरे को केेक खिलाकर कर प्रसन्नता व्यक्त की।
अनुमंडल आरक्षी पदाधिकारी ने कहा कि सत्ता का विकंेद्रीकरण होने के बाद क्षेत्र के विकास की चाल में तेजी आई है। शासन व प्रशासन जन आकांक्षाओं के अनुरूप समस्याआंें का समाधान के प्रति सचेष्ट है। अनुमंडलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि डुमरांव अब प्रौढ़ावस्था की ओर अग्रसर हाने की कड़ी में कई विकास के आयाम से जुड़ा है।
उन्होनें कहा कि शासन अनुमंडल के विकास कार्य को धरातल पर उतारे जाने के लिए नागरिकों से रचनात्मक सहयोग की अपेक्षा रखती है। उन्होनें कहा कि डुमरांव अनुमंडल का बसावट काफी बेहतर है। इस मौके पर अनुमंडल आपूर्ति पदाधिकारी विजय कुमार तिवारी, प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष अनिषा राणा, प्रखंड विकास पदाधिकारी संदीप पांडेय, नाजिर महेन्द्र प्रसाद, अधिवक्ता गण एवं अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न प्रखंड के बीडीओ, सीओ सहित थानाध्यक्ष मौजूद थे।
बता दें डुमरांव को अनुमंडल का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद द्वारा गत 22 अप्रैल,वर्ष 1994 को किया गया था। डुमरांव को अनुमंडल का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर स्थानीय सर्वदलीय नेताओं, अधिवक्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आंदोलन किया था।
उन दिनों के स्थानीय पत्रकारों में शिवजी पाठक, राजीव भगत, अरूण विक्रांत, नागेन्द्र तिवारी एवं संजय सिंह, प्रदीप कुमार जायसवाल, प्रियरंजन राय एवं शंशाक शेखर आदि ने अपनी लेखनी के माध्यम से आंदोलनकारियों की आवाज को शासन व प्रशासन तक पंहुचाने में अविस्मरणीय योगदान देने का कार्य किया था। नतीजतन सरकार ने नागरिकों की मांग को पूरा किया। आज की तारीख मंें डुमरांव अनुमंडल मंें विकास की धारा कमोवेश जारी है।