वर्ष 1934 को पैदा हुए दादा अपने मां बाप है अकेला संतान…
वर्ष में सीपीआई का दामन पकड़ने वाले दादा लगातार एक दल में सीपीआई से जुड़े हुए रहे…
बक्सर/बीपी। प्रतिरोधी चेतना से भरे रहने वाले सत्यनारायण प्रसाद उर्फ दादा का 14 जनवरी यानि रविवार को अवतरण दिवस मनाए जाने की तैयारियां पूरी हो चुकी है।
पुराने शाहाबाद के चर्चित आम आदमी के हक व हैसियत के लिए लड़ते हुए मानवीय मूल्यों को तराशने वाले सत्यनारायण प्रसाद का जन्म विगत 14 जनवरी वर्ष 1934 को हुई थी। सीपीआई का दामन पकड़ कर अपने कर्म युद्ध में कठिनाईयों के बावजूद एक दीए की भांति अब तक जलनंे वाले का नाम सत्यनारायण प्रसाद है।
ऐसे दीप को प्रकाश वृत की रौशनी को अपनी सामूहिक संवेदना में उतरना ही हीतकारी लगता है। बालमन से ही सत्यनारायण प्रसाद जुल्म व अत्याचार के खिलाफ लड़ना मानों आदतन शौक था।
पारिवारीक स्थिति निम्न मध्य वर्गीय रहते हुए भी इनका कदम बढ़ते रहा। जीवन दर्शन के निर्माता के तौर पर सत्यनारायण प्रसाद स्वतंत्रता सेनानी कुमारी बाबा, मदन जी सिन्हा एवं गजबदन प्रसाद आदि का नाम लेना नहीं भूल सके।