-टीम ने कहा-अस्पताल में सब कुछ ठीक-ठाक है। चिकित्सकों की कमी मार्च तक दूर हो जाएगी।

बक्सर, विक्रांत। स्वास्थ विभाग पटना द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच टीम द्वारा डुमरंाव स्थित अनुमंडल अस्पताल की चिकित्सकीय व्यवस्था का निरीक्षण किया। जांच टीम में शामिल सासाराम के सिवील सर्जन डा.के.एन.तिवारी एवं आरपीएम पीयूष रंजन संग महिला क्षेत्रीय अपर निदेशक डा.विभाग कुमारी सिंह नें अस्पताल के प्रसव कक्ष,अस्पताल में चल रहे प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना की हालात, ओपीडी कक्ष एवं अस्पताल प्रांगण की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। जांचोपरांत क्षेत्रीय अपर निदेशक डा.सिंह ने स्थानीय पत्रकारों से बात चीत करते हुए कहा कि अनुमंडल की चिकित्सकीय व्यवस्था संतोषप्रद पाया गया।
आगामी मार्च तक सरकार द्वारा अस्पताल में चिकित्सकों सहित अन्य रिक्त पदों पर बहाली किए जानें की पूरी संभावना है। उन्होनें कहा कि अल्ट्रासाउंड मशीन के संचालन व्यवस्था के लिए आपरेटर बहाल करने अथवा प्रतिनियुक्ति करनें के संर्दभ में उच्चाधिकारी को प्रतिवेदित किया जाएगा। आगे,क्षेत्रीय अपर निदेशक डा.सिंह ने बताया कि अनुमंडल अस्पताल में करीब 6 माह पहले अनुमंडल अस्पताल में प्रसव के दौरान नंदन गांव की एक गर्भवती महिला का नवजात शिशु की मौंत हो गई थी। पीड़ित महिला के परिजन द्वारा ड्यूटी में तैनात चिकित्सक एवं एएनएम के खिलाफ लापरवाही बरते जानें का आरोप लगाते हुए उच्चाधिकारियों तक शिकायत दर्ज कराई गई थी।
उन्होनें बताया कि प्राप्त शिकायत के आलोक में स्वास्थ विभाग, पटना के निदेशक प्रमुख द्वारा तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया था। उन्होनें बताया कि पूरे मामले की जांच पड़ताल की गई। पर कोई खास गड़बड़ी सामनें नहीं आई है। जांचोपरांत उच्चाधिकारी को प्रतिवेदित किया जाएगा।
वहीं दुसरी ओर प्रसव कक्ष में कार्यरत महिला ममता कार्यकर्ता की पारिश्रमिक राशि का भुगतान में अनावश्यक विलंब की मिले शिकायत पर क्षेत्रीय अपर निदेशक डा.सिंह द्वारा उनके भुगतान की समस्या का समाधान जल्द करने के लिए बक्सर सिवील सर्जन को निर्देशित किया गया। इस मौंके पर सासाराम के चिकित्सक डा.अजीत कुमार सिंह, बक्सर सिवील सर्जन डा.जीतेन्द्र नाथ, अस्पताल उपाधीक्षक डा.गिरीश कुमार सिंह, हडड्ी रोग के चिकित्सक डा.सुमित सौरभ, अस्पताल प्रबंधक, महिला चिकित्सक डा.श्रुति प्रकाश एवं फार्मासिस्ट संतोष कुमार मांैजूद थे।