बक्सर/बीपी। आंगनबाड़ी सेविकाओं के शैक्षणिक स्तर के उन्नयन को सुनंदिनी कार्यक्रम की शुरूआत हो चुकी है। इसी कड़ी में डुमरांव स्थित आईटी भवन के सभागार में आयोजित शिविर में सुनंदिनी कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
प्रशिक्षण बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण अकादमी के संयोजक डा.सुरेन्द्र कुमार की मौजूदगी में प्रशिक्षक मनोज कुमार तिवारी एवं डा.बेबी कुमारी द्वारा प्रदान किया गया। प्रथम दिन मंगलवार को आयोजित प्रशिक्षण शिविर में करीब 95 सेविकाओं ने प्रशिक्षण ग्रहण किया। इस मौके पर प्रशिक्षक द्वय ने बताया कि सुनंदिनी देश में अपने प्रकार का पहला कार्यक्रम है। जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति ‘नेप’ लागू होने के बाद हरेक राज्यो में इसके उद्येश्यों की जानकारी प्रदान करने को आरंभ किया गया है।
प्रशिक्षक द्वय ने बताया कि सुनंदिनी यह सुनिश्चित करेगी की दो-तीन साल के अंदर समेकित बाल विकास निदेशालय बिहार से जुड़ी सभी कार्यकर्ता व अधिकारी सुनंदिनी कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित होगंें। बल्कि उच्च माध्यमिक स्तर तक कम से कम शैक्षणिक योग्यता हासिल कर लेगें। आगे, प्रशिक्षक द्वय ने बताया कि ईसीसीई विषय पर सर्टिफिकेट अथवा डिप्लोमा कोर्स प्राप्त करने के लिए आंगनबाड़ी सेविकाओं का पंजीकरण शुल्क राज्य सरकार वहन करेगी।
प्रशिक्षक द्वय ने बताया कि अब राज्य सरकार ने सहायिका पद पर चयन के लिए शैक्षणिक योग्यता मैट्रिक पास एवं सेविकाओं के लिए इंटरमीडिएट पास तय कर चुकी है। इस मौके पर प्रखंड समन्वयक सुनिता कुमारी, पर्यवेक्षिका फिरोजा खातुन, कार्यालय कर्मी अनिष कुमार एवं पर्यवेक्षिका उषा कुमारी सहित सेविकाएं मौजूद थी।