DESK : बिहार प्रदेश कांग्रेस के वरीय नेता टीएन चौबे ने चौसा थर्मल पावर पर अन्नदाता किसानों का अपने वाजिब मांगों को लेकर धरना दे ही रहे थे कि किसानों के घर में पुलिस अर्ध रात्रि में मारपीट की। यह अपने आप में एक अनोखी घटना है जिसकी जितनी भी निंदा कि जाए वह कम ही होगी। किसान अपने उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं किसी भी परिस्थिति में किसानों की लडाई रूक नहीं सकती है यह लडाई दिल्ली के जंतर-मंतर तक जा सकती है।
किसान निहत्थे और बेबस लाचार हैं इसलिए यह कारवाई की गई है। किसानों को बेबस और लाचार समझने की प्रशासन गलती न करें किसान अपने हक कि लडाई लडना जानते हैं।
आगे श्री चौबे ने केन्द्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे को भी कोसते हुए कहा कि जब किसानों पर अत्याचार हो रहा था और डंडे बरसाए जा रहे थे तो ये कहां थे आज इनकी आँखे खुली हैं। केन्द्र सरकार के नीतियों के कारण ही किसानों को मुआवजा नहीं मिल रहा है।
अब केंद्र सरकार को किसानों का उचित मुआवजा हर हालात में देना ही पडेगा। किसानों के कदम से कदम मिलाकर हम चलेंगे और किसानों का वाजिब मुआवजा को लेकर ही रहेंगे।
वहीं कौमी-तंजीम कांग्रेस उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष शमशाद खां ने कहा कि 05 जनवरी को मैं चौसा किसान पंचायत धरना में आया था केंद्र सरकार के नीतियों के चलते इस किकुडती ठंढ में मुआवजा के बदले डंडा मिला। किसानों का वाजिब मुआवजा केंद्र सरकार क्यों नहीं दे रही हैं किसानों का वाजिब मुआवजा हम लेकर रहेंगे।