बीएयू से जुड़े कृषि विज्ञान केन्द्र तीन व्यवसायिक प्रत्यक्षण इकाई विकसित करे- कुलपति

बक्सर

कुलपति Dr.D.R.Singh समीक्षात्मक बैठक के दौरान विज्ञान केन्द्रों के आगामी वर्ष की कार्य योजना से हुए अवगत

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Desk: कुलपति महोदय की अध्यक्षता में बिहार कृषि विश्वविद्यालय के अधीन संचालित सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों के वरीय वैज्ञानिक-सह-प्रधान के साथ समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गयी। इस अवसर पर माननीय कुलपति महोदय का स्वागत डा. आर. के. सोहाने, निदेशक प्रसार शिक्षा के द्वारा पुष्प गुच्छ व शाॅल देकर तथा सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों के वरीय वैज्ञानिको के द्वारा सम्मिलित रूप से मोमेन्टो देकर किया गया।

बैठक की शुरूआत डा. आर. के. सोहाने, निदेशक प्रसार शिक्षा के स्वागत भाषण के साथ हुई।बिहार कृषि विश्वविद्यालय के अधीन संचालित सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों के वरीय वैज्ञानिक-सह-प्रधान के द्वारा वर्तमान वर्ष में किये गये कार्यों एवं अगामी वर्ष की कार्य योजना का प्रस्तुतीकरण किया गया।

इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्रवार फसल विविधिकरण पर चर्चा की गयी एवं सभी केन्द्र प्रधान अपने-अपने केन्द्र की विशेषता तथा समस्याओं के बारे में भी कुलपति को अवगत करया। कुलपति द्वारा प्रत्येक कृषि विज्ञान केंद्रों को कम से कम तीन व्यवसायिक प्रत्यक्षण इकाई विकसित करने का निर्देश दिया गया।

मुख्य रूप से केन्द्र के प्रधान को निर्देश दिया गया कि एक जिला एक फसल योजना के तहत मशरूम, मखाना, ड्रेग्न फ्रुट, गन्ना, केला के फाइवर से बनने वाले वस्तुओं, मछली जीरा उत्पादन इकाई, खस घास के विकास आदि को विकसित करने की कार्य योजना तैयार कर उसे बढ़ावा देने पर कार्य करें। कुलपति द्वारा दिये गये प्रस्तुतीकरण पर संतोष जाहिर करते हुए निर्देश दिया गया कि अपने उपलब्धियों का दस्तावेजीकरण कर 15 मार्च तथा योजना से किसनों के जीवन स्तर पर पड़ने वाले प्रभावों का प्रतिवेदन तैयार कर विश्वविद्यालय में समर्पित करें।

मखाना फसल उत्पादन तकनीक को सुलभ करने के लिए कृषि अभियंत्रण वैज्ञानिकों को इसके लिए यंत्र विकसित करने का भी निदेश दिया गया।अंत में डा. एम० हक, कुलसचिव, बिहार कृषि विश्वविद्यालय द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक समाप्त हुई।