बक्सर, विक्रांत : लोकतंत्र बचाओ – देश बचाओ रैली को सफल बनाने को लेकर भाकपा-माले पूरे जोर शोर से जुट गया है.रैली में मुख्यतः बिहार के तमाम जिलों से हजारों की तादाद में खेत ग्रामीण मजदूर, किसान, महिलाएं, छात्र-नौजवान,दलित-अल्पसंख्यक और बुद्धिजीवियों समेत तमाम तबकों के लोग शरीक होंगे. यह रैली मोदी राज के खिलाफ बिहार व देश में चले तमाम आंदोलनों व सवालों को मुखरता व पूरी ताकत से अभिव्यक्त करेगी. रैली बुलडोजर राज, वास-आवास व रोजी-रोटी से विस्थापन, बेरोजगारी, महंगाई, स्वास्थ्य, एमएसपी गारंटी, बटाईदारों के अधिकार व सुरक्षा आदि सवालों पर भी केंद्रित होगी.
रैली के मुख्य वक्ता काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य होंगे. इसके अलावा भाकपा-माले के कई राष्ट्रीय व राज्यस्तरीय नेता भी रैली को संबोधित करेंगे.रैली को लेकर सभी प्रखंड व नगर प्रचार को झंडा व बैनर से पट गया है।जिला सचिव नवीन कुमार ने पार्टी कार्यकर्ताओं सहित गांव बैठकों को सम्बोधित किया। साथ ही पार्टी राज्य कमिटी सदस्य सह डुमरांव विधायक अजीत कुमार सिंह द्वारा कई गांवों में बैठक किया और लोगो से रैली में भाग लेने को अपील की। रैली व महाधिवेशन की तैयारी में प्रचार के लिए चट्टी बाजार पर झंडा बैनर लगाने में युवा नेता धर्मेंद्र, आइसा नेता धनजी पासवान, जिला कार्यालय प्रभारी संजय शर्मा ने कमान संभाल रखा है.
विदित हो कि 16 फरवरी को महाधिवेशन का उद्घाटन सत्र*: 16 फरवरी को श्रीकृष्ण मेमारियल हाॅल में महाधिवेशन का खुला सत्र आयोजित होगा. इस खुले सत्र को सीपीएम, भाकपा, आरएसपी, फारवर्ड ब्लाॅक, आरएमपीआई (पासला), लाल निशान पार्टी, सत्यशोधक समाज पार्टी, मासस आदि वामपंथी दलों के राष्ट्रीय नेतागण भी संबोधित करेंगे. महाधिवेशन का यह उद्घाटन सत्र देश में इस नाजुक मोड़ पर वामपंथी उभार की एक नई शुरूआत का सबब बनेगा.18 फरवरी को होगा विपक्षी एकता का विशेष सत्र*: महाधिवेशन के दौरान 18 फरवरी 2023 को फासीवादी हमले से लोकतंत्र व संविधान की रक्षा के लिए व्यापक विपक्षी एकता का निर्माण के सवाल पर एक राष्ट्रीय कन्वेंशन आयोजित होगा. इस कन्वेंशन में जद(यू), राजद, कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, हम (सेकुलर) के शीर्ष नेतागण नीतीश कुमार, तेजस्वी प्रसाद यादव, हेमंत सोरेन,जीतनराम मांझी आदि भाग लेंगे.
महाधिवेशन में अंतर्राष्ट्रीय व प्रवासी भारतीय अतिथि भी लेंगे भाग: भाकपा-माले के इस महाधिवेशन में भाकपा-माले व वामपंथी आंदोलन से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रवास में रह रही हस्तियांे समेत भारतीय उपमहाद्वीप के कई देशों की बिरादराना कम्युनिस्ट पार्टियों के प्रतिनिधि भी शरीक होंगे. पड़ोसी देश नेपाल की तीनों कम्युनिस्ट पार्टी – नेकपा (एमाले), माओवादी पार्टी (प्रचंड ग्रुप, नेपाल) और यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी (माधव नेपाल); बांग्लादेश की दोनों कम्युनिस्ट पार्टी, श्रीलंका, मलेशिया व आस्ट्रेलिया के कम्युनिस्ट प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. इनके अलावा फिलस्तीन मुक्ति आंदोलन के प्रतिनिधि भी महाधिवेशन को संबोधित करेंगे.महाधिवेशन में देश के लगभग सभी राज्यों से करीब 1700 प्रतिनिधि/पर्यवेक्षक और अतिथि शामिल होंगे. इसकी जानकारी माले के जिला सचिव नवीन कुमार ने दी है.