-विधायक ने डीएम एवं जिला प्रभारी मंत्री से सांस्कृतिक कार्यक्रम के सवाल पर की बातचीत
बक्सर, बीपी। सन् 42 के अमर शहीदों की याद में आगामी 16 अगस्त को आयोजित होने वाले राजकीय समारोह की भव्यता पर सरकारी कोष के अभाव को लेकर पेंच फंसा हुआ है। कोष के अभाववश संध्या बेला में एक शाम शहीदों के नाम होने वाले कार्यक्रम को लेकर संशय बनी हुई है। अनुमंडल कार्यालय के सभा कक्ष में राजकीय समारोह की तैयारियों को लेकर आहूत बैठक में अनुमंडलाधिकारी द्वारा संध्या बेला में ‘एक शाम शहीदों के नाम’ सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन के सवाल पर कोष के अभाव की जानकारी दिए जाने के बाद शहीद स्मारक समिति के सदस्यों व सामाजिक कार्यकर्ताओं के बीच मायूशी छाई हुई है।
डुमरांव शहीद स्मारक समिति के सदस्यों ने क्षेत्रीय विधायक डा.अजीत कुमार सिंह से मुलाकात कर शहीद दिवस के मौके पर आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन कराने को सरकार से कोष का आवंटित कराने का आग्रह किया है। स्थानीय शहीद स्मारक समिति के संयोजक संजय चंद्रबंशी ने बताया कि राजकीय समारोह की शुरूआत में सरकार द्वारा करीब तीन लाख की राशि का आवंटन किया गया था। कोरोना काल में सादगी पूर्वक शहीद दिवस पर राजकीय समारोह का आयोजन जरूर किया गया था।
शहीद स्मारक समिति के सदस्य दीनानाथ सिंह कुशवाहा एवं ललन सिंह ने बताया कि शहीद दिवस के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में प्रातःकाल में स्कूली छात्र छात्राओं की प्रभात फेरी व शहीद पार्क में बाल मेला,बलिदानियों की प्रतिमा के समक्ष गार्ड आफ आनर, जिला प्रशासन व अनुमंडल प्रशासन के सौजन्य से बलिदानियों की प्रतिमा पर फूल माला अर्पित करने एवं स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारी को सम्मानित करने की परंपरा रही है। उन्होनें कहा कि शाम के समय एक शाम शहीदों के नाम विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने की परंपरा भी शामिल है।
डुमरांव विधायक ने बताया कि उनके द्वारा शहीद दिवस के मौके पर आयोजित होने वाले राजकीय समारोह व विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए धन को आड़े नही आने देने का जिलाधिकारी एवं जिला प्रभारी मंत्री से आग्रह किया गया है। विधायक ने बताया कि देश की आजादी के लिए शहादत देने वाले वीर सपूतों की याद में आयोजित होने वाले राजकीय समारोह में जिला प्रभारी मंत्री ने शिरकत करने की बातें कही है.उधर बक्सर जिला प्रभारी मंत्री मो आलम के आप्त सचिव अमित भारद्वाज ने बताया कि सोलह अगस्त को आयोजित शहीद दिवस राजकीय समारोह मे जिला प्रभारी मंत्री शिरकत करना तय है. बता दें सूबे की राजधानी पटना के बाद डुमरांव में सन् 42 के सोलह अगस्त को थाना पर तिरंगा झंडा फहराने के दौरान आन स्पॉट ब्रिटिश काल की पुलिस की सीने पर गोली खाकर चार जवान अमर शहीद हो गए थे.