कृषि शिक्षा पा चुके छात्र छात्राओ की विभिन्न 9 हजार पद पर जल्द होगी बहालीःकृषि मंत्री

बक्सर

सूबे के 28 गांवों को कुपोषण मुक्त करने को बीएयू ने लिया है गोद-कुलपति

विक्रांतः बिहार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि राज्य में कृषि शिक्षा ग्रहण कर चुके छात्र छात्राओं को रोजगार उपलब्ध कराए जानें की दिशा में प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सूबे में विभिन्न पदों पर 9 हजार छात्र छात्राआंें की जल्द बहाली की जाएगी। विज्ञप्ति निकाले जाने की कवायद शुरू हो चुकी है। कृषि मंत्री ने कहा कि करीब 12 करोड़ की आबादी के बीच आधे हिस्से में बच्चे शामिल है। देश के किसी भी राज्य से बच्चों का उच्चतम अनुपात है।

यह बातें कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने गत दिनों किशनगंज स्थित डा.अब्दुल कलाम कृषि महाविद्यालय प्रांगण में आयोजित समारोह के बीच राज्य स्तरीय कुपोषण उन्मूलन अभियान की शुभारंभ करते हुए कही। क्षेत्रीय सांसद डा.जावेद आजाद ने कहा कि कुपोषण एक विश्व व्यापी समस्या है। कृषि मंत्री ने कुपोषण उन्मूलन अभियान की शुरूआत किशनगंज से करके एक नेक काम किया है।

बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के कुलपति डा.डी.आर.सिंह ने कहा कि कुपोषण अभियान की शुरूआत इस समस्या के निदान का प्रथम चरण है। विश्वविद्यालय द्वारा कुपोषण उन्मूलन अभियान की कड़ी में 28 गांवों को गोद लिया गया है। कुलपति ने कहा कि बिहार की वर्तमान पीढ़ी खेती के प्रति उदासीन है। नई पीढ़ी को खेती किसानी में विशेष तौर पर व्यवसायिक खेती के प्रति जागरूक एवं प्रेरित करने का कार्य शुरू किया गया है।

कुलपति डा.डी.आर.सिंह ने कहा कि कुपोषण की समस्या सिर्फ मनुष्यों में ही नहीं अपितु पशु पक्षियों के बीच कायम है। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय स्तर पर मोटे अनाज को बढ़ावा देने के आलावे पशुआंे को साल भर हरा चारा उपलब्ध कराने को हाईड्रोपोनिक्स तकनिकी से चारा उत्पादित करने पर जोर दिया गया है। समारोह को बिहार पशु विज्ञान विवि पटना के कुलपति डा.रामेश्वर सिंह, कृषि विभाग के निदेशक डा.आलोक रंजन घोष एवं उद्यान निदेशक अभिषेक कुमार ने भी संबोधित किया।

आंगतुक अतिथियों का स्वागत शिक्षा प्रसार निदेशक डा.आर.के.सोहाने ने किया। समारोह के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डा.विद्या भूषण झा ने किया। इसके पहले कृषि मंत्री ने समारोह में उपस्थित किशनगंज, कटिहार, अररिया एवं पूर्णिया के साथ संवाद कर उनकी समस्याओं को सुना और उनकी समस्याओं का निराकरण कराने का भरोसा जताया। मौके पर कृषि मंत्री ने कृषि साहित्य का भी विमोचन किया। इस आशय की पुष्टि विवि के पीआरओ डा.राजेश कुमार ने की है।