तख्त साहिब के मुख्य ग्रंथी भाई राजेंद्र सिंह की हत्या का मामला दर्ज

बिहार

आत्महत्या या हत्या को लेकर जारी अटकलबाजी पर घटना के छठे दिन लगा विराम
गुरुद्वारा परिसर स्थित आवास के कमरे से साक्ष्य जमा करने में जुटी पुलिस
जिस धारदार कृपाण से गला कटा उसकी तलाश, एफएसएल की टीम भी जुटी

स्टेटडेस्क/ पटना। तख्त श्री हरि मंदिर जी पटना साहिब के मुख्य ग्रंथी भाई राजेंद्र सिंह ने गले पर धारदार हथियार से हमला कर आत्महत्या करने का प्रयास किया था या उनकी किसी ने हत्या की है? , यह गुत्थी अभी तक सुलझी नहीँ है । लेकिन 13 जनवरी की सुबह हुई घटना के बाद से चल रही इस अटकलबाजी पर विराम लगते हुए चौक थाना पुलिस ने मुख्य ग्रंथी की हत्या किए जाने का मामला दर्ज कर लिया है।

आइपीसी की धारा 302 के तहत दर्ज किए गए इस मामले में धारा 34 लगायी गयी है। पुलिस का मानना है कि मुख्य ग्रंथी की यदि हत्या हुई है तो उसमें एक से अधिक अपराधी शामिल हो सकते हैं।चौक थानाध्यक्ष गौरी शंकर गुप्ता ने बताया कि मुख्य ग्रंथी भाई राजेंद्र सिंह की पीएमसीएच में इलाज के दौरान 17 जनवरी की सुबह मौत हो गयी थी। अस्पताल स्थित पुलिस पोस्ट की पुलिस द्वारा मुख्य ग्रंथी के बड़े पुत्र रंजीत सिंह के लिए गए लिखित बयान के आधार पर ही हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी है। आवेदन में पुत्र ने मुख्य ग्रंथी की हत्या किए जाने का जिक्र नहीं किया है न ही किसी को नामजद या अज्ञात को आरोपित किया है। थानाध्यक्ष ने कहा कि पुलिस अपने स्तर से मुख्य ग्रंथी हत्याकांड के अनुसंधान में जुट गयी है।

दर्ज प्राथमिकी के अनुसार गुरुद्वारा परिसर स्थित मीरी पीरी निवास के कमरा संख्या चार में मुख्य ग्रंथी भाई राजेंद्र सिंह रहते थे। इनका छोटा पुत्र दीपक सिंह 13 जनवरी की सुबह 8:20 बजे जब पिता के लिए चाय लेकर गया तो कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था। दरवाजा खोला तो अंदर बिस्तर पर पिता गिरे थे। गले के नीचे कटा हुआ था। स्वजन इलाज के लिए इन्हें एंबुलेंस से लेकर एसजीजी अस्पताल पहुंचे। यहां के उपाधीक्षक डा. अलख प्रसाद ने धारदार हथियार से गर्दन का ट्रैकिया कट जाने की बात कह मामला गंभीर बताते हुए पीएमसीएच रेफर कर दिया। इलाज के दौरान 17 जनवरी की रात 2:45 बजे मौत हो गयी।

कमरा संख्या चार में मुख्य ग्रंथी और पांच में उनकी पत्नी रहती थी। जिस धारदार हथियार से मुख्य ग्रंथी की गर्दन कटी खून लगा वो हथियार कहां है? कमरे का दरवाजा बाहर से किसने बंद किया? जिस बिस्तर, गद्दा और तकिया पर मुख्य ग्रंथी सोए थे वो बेतरतीब कैसे बिखरा? इस पर पसरे खून के आसपास के दाग? गुरुद्वारा की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था में आखिर किसने लगायी सेंध? कमरे के समीप लगे सीसीटीवी कैमरे का तार भी हटा हुआ था। मुख्य ग्रंथी को उनके पद से हटाने और किसी अन्य को ये जिम्मेदारी देने के मामले से जुड़े सवाल। पुलिस अधिकारी का कहना है कि इन सभी मामलों पर गहन जांच शुरू की गयी है।

यह भी पढ़े..