चंपारण : असम पुलिस के दारोगा की ट्रेनिंग के दौरान मौत, गांव में शव पहुंचते ही उमड़ पड़ी भीड़

बिहार मोतिहारी

-गांव में चीख पुकार से मातम का माहौल, मृत के पिता ने सीबीआई से जांच कराने की मांग किए
मोतिहारी/राजन द्विवेदी।
असम पुलिस में दारोगा के पद पर पोस्टेड जिले के संग्रामपुर थाना क्षेत्र के मठिया गांव निवासी मुनेश्वर पंडित की ट्रेनिंग के दौरान मौत हो गई है। आज उनका शव घर पर पहुंचते पूरे गांव में कोहराम मच गया। वहीं संग्रामपुर प्रखंड क्षेत्र में इस खबर से शोक की लहर दौड़ पड़ी है। आज मुनेश्वर पंडित का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव संग्रामपुर थाना क्षेत्र के मठिया वार्ड-4 स्थित घर पहुंचा तो खबर मिलते ही शव को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी।

परिजनों के चीख पुकार से पूरा वातावरण गमगीन हो गया। बेटे का शव देखकर मां उर्मिला देवी बार बार बेहोश हो गिर पड़ी। वहीं छोटी बहन पिंकी व भाई पंकज पंडित का भी हाल बेहाल था। मां उर्मिला पतोहू का सपना संजोए बार बार यहीं दुहरा रही थी कि ट्रेनिंग के बाद बबुआ के बियाह करे के रहल ह लेकिन भगवान ई का कइलन। असम जिला मुख्यालय से शव लेकर संग्रामपुर पहुंचे सब इंस्पेक्टर ने बताया कि घटना की पूरी जानकारी उन्हें नहीं है।

लेकिन कोकराझार पुलिस ने मृत दारोगा का शव जिला मुख्यालय को सौंपा था। वहीं असम पुलिस में कार्यरत मृतक के पिता वीरेन्द्र पंडित ने बताया कि ट्रेनिंग के दौरान उनके पुत्र की मौत की सूचना दी गई हैं जो संदेहास्पद हैं। अगर प्रशिक्षण टीम के द्वारा सावधानी बरती गई होती तो यह घटना नहीं होती। उन्होंने बेटे की मौत की जांच सीबीआई से कराने की मांग की ताकि मौत की सच्चाई का पता चल सके।

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