मोतिहारी/राजन दत्त द्विवेदी। इंडियन स्कूल साइकोलॉजी एसोसिएशन ने महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के संस्कृतविभाग के सह-आचार्य डा.अनिल प्रताप गिरि को इंस्पा रत्न अवार्ड से सम्मानित किया है।यह अवार्ड डां. गिरि को अंग्रेज़ी में लिखी गयी पुस्तक “स्कूल साइकोलॉजी इन द इण्डियन कान्टेक्स्ट “ का संस्कृत भाषा में अनुवाद के उपलक्ष्य में प्रदान किया गया।
प्रो. पंच रामलिंगम की लिखी गई इस पुस्तक का प्राय: सभी भारतीय भाषाओं में अनुवाद हो चुका है।
संस्कृत भाषा में इस पुस्तक का अनुवाद महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर संजीव कुमार शर्मा की प्रेरणा से छह माह के अत्यल्प समय में डां गिरि के द्वारा संभव हो सका।
बारह अध्यायों में विभाजित इस पुस्तक में विद्यालयीय मनोविज्ञान के स्वरूप को भारतीय संदर्भ में व्याख्यायित किया है। इस पुस्तक में भारतीय संस्कृति एवं वातावरण में पल्लवित एवं पुष्पित हो रहे छात्रों के मनोविज्ञान को भारतीय ज्ञान परंपरा के संदर्भ में विश्लेषित किया गया है।
पुस्तक में छात्रों के मानसिक विकास, मनोदौर्बल्य एवं मनोवैज्ञानिक परामर्श जैसे संवेदनशील विषयों की चर्चा इस रूप में की गयी है। जिससे “भारतीय विद्यालय मनोविज्ञान” मनोविज्ञान के एक स्वतंत्र ज्ञानशाखा के रूप में अकादमिक जगत् में स्वीकार्यता का रूप ग्रहण कर सके। एवार्ड प्राप्ति के अवसर पर आस्ट्रिया, जर्मनी, फ्रांस एवं रियूनियन के विद्वान भी मौजूद थे।
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