सुगौली, मृत्युंजय पाण्डेय। पड़ोसी देश नेपाल के तराई क्षेत्र सहित चंपारण में हो रही भारी बारिश ने एक बार फिर सुगौली के लोगों को बाढ़ की विभीषिका से आशंकित कर दिया है। सबसे अधिक दहशत में वे परिवार हैं जिनके आशियाने सिकरहना नदी बांध के बेहद करीब है। नेपाल के तराई क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के कारण चंपारण से होकर बहने वाली सिकरहना नदी उफान पर है। वहीं वाल्मीकि नगर गंड़क बैराज से लाखों क्यूसेक लीटर पानी छोड़े जाने से स्थिति और विकराल हो जाने की संभावना है। इधर सुगौली प्रखंड के उत्तरी भाग में स्थित लगभग आधा दर्जन पंचायतों में बाढ़ से जबरदस्त क्षति होती है।जिसकी आशंका से लोग भयभीत हैं।
हालांकि अभी सिकरहना नदी का पानी सुकुल पाकड़ के लाल परसा गांव के पास से बह रहा है जो अब धीरे धीरे सुगौली प्रखंड के निचले इलाकों की तरफ बढ़ रहा है। जिससे सुकुल पाकड़ पंचायत के लालपरसा, भैंसड़ा, बेलवतीया, माली, शीतलपुर, करमवा रघुनाथपुर पंचायत के सरेह में पहुंचने लगा है। अगर बारिश बरसने का औसत यहीं रहा तो सुगौली प्रखंड के निचले इलाकों में बाढ़ का आना तय है।
फिलहाल बाढ़ और बरसात के पानी से सुदूरवर्ती उत्तरी पंचायतों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से कट गया है। इन पंचायतों के लोगों को लगभग बारह से पंद्रह किलोमीटर का चक्कर लगा कर सुगौली आना मजबूरी बन गई है तो वहीं कुछ लोग उफनती नदी में नाव के सहारे प्रखंड मुख्यालय सुगौली पहुंच रहे हैं। जो कि बेहद खतरे की बात है।
नाव पर बिना किसी सुरक्षा उपाय और उपकरण के बाइक के साथ पुरुष, महिलाएं, बच्चे तथा सामान को लाद कर एक किनारे से दूसरे किनारे तक पहुंचाया जा रहा है। बाढ़ के बावत पूछे जाने पर सुगौली अंचलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि फिलहाल मैं पटना में हूं। उन्होंने कहा कि लेकिन प्रखंड में बाढ़ की स्थिति पर स्थानीय प्रशासन सहित जिला प्रशासन की पैनी नजर है।