Champaran : देश में हर साल 1.4 6 करोड़ यूनिट रक्त की होती है जरूरत : अध्यक्ष

पूर्वी चंपारण बिहार

भाजपा ने पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर रक्तदान शिविर का किया आयोजन

Motihari, Rajan Dwivedi : खून शरीर के लिए इंधन की तरह है। इसकी कमी जीवन के लिए भारी बड़ा खतरा है। देश में हर साल 1.4 6 करोड़ यूनिट रक्त की जरूरत होती है। लेकिन मांग की तुलना में हर साल लगभग 10 लाख यूनिट रक्त कम जमा होता है। इसका प्रमुख कारण लोगों को रक्तदान के प्रति सही जानकारी का नहीं होना है। सर्वे में पता चला है कि दुनिया के 54 देश में जरूरत के 50% रक्त रोगियों के रिश्तेदार एवं मित्रों से एकत्र किए जाते है। उपरोक्त बातें आज 17 सितंबर को अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद तथा आजादी के अमृत महोत्सव पर आरपीएफ बापूधाम मोतिहारी के द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में आए हुए लोगों का स्वागत करते हुए भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष इंजीनियर विभूति नारायण सिंह ने कहा।

श्री सिंह ने कहा कि रक्तदान महादान है और देश में जो रक्त की कमी की स्थिति है उसे हमारा जिला भी प्रभावित है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी पूर्वी चंपारण के द्वारा भी रक्तदान किया गया। शिविर में मोतिहारी सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह, मोतिहारी विधायक प्रमोद कुमार, गोविंदगंज विधायक सुनील मणि त्रिपाठी, पूर्व विधायक सचिंदर सिंह, पंकज कुमार सिन्हा सहित भाजपा के कई नेता उपस्थित रहे।

आज की रक्तदान शिविर में रेड क्रॉस सोसाइटी के उपाध्यक्ष डॉ पुष्पा किशोर, उज्जवल कुमार श्रीवास्तव उर्फ शेखर जी, आशीष प्रताप सिंह उर्फ आशीष कुमार, राकेश कुमार सिन्हा, दिलीप कुमार, डॉक्टर ओम प्रकाश सहित शहर के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे शिविर को सफल बनाने में उप कृति एनजीओ के भी मेडिकल टीम का कार्य सराहनीय रहा।

अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के द्वारा 20 यूनिट, भारतीय जनता पार्टी पूर्वी चंपारण की टीम के द्वारा 20 यूनिट और आरपीएफ बापूधाम के द्वारा 1 यूनिट तथा भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी मोतिहारी के सहयोग से ढाका में लगाए गए भाजपा युवा मोर्चा की टीम के द्वारा 18 यूनिट रक्तदान ढाका में किया गया। रक्तदान शिविर में आए हुए लोगों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए डॉक्टर ओम प्रकाश ने कहा कि आप लोगों के दिए गए रक्त से किसी न किसी की जीवन बचाई जाएगी। यह दुनिया का सबसे बड़ा पुण्य और परोपकार का काम है।