-अभिजीत सिंह ने कहा केंद्र व राज्य सरकार की नाकामियों के कारण विदेश जाते हैं छात्र
मोतिहारी/राजन द्विवेदी। रूस यूक्रेन युद्ध के बीच लगातार हालत खराब होते जा रहे हैं। वहां फंसे लोग किसी तरह निकलने का प्रयास कर रहे हैं। पूर्वी चंपारण के 94 छात्र यूक्रेन में फंसे थे। जिसमें से 87 छात्रों का सकुशल वतन वापसी हो चुकी है। इसमें से 80 छात्र अपने घर तक पहुंच चुके हैं।
जन अधिकार पार्टी के प्रदेश महासचिव सह ढाका विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अभिजीत सिंह ने यूक्रेन से घर लौट कर आए ढाका विधानसभा क्षेत्र के गड़हिया के आदित्य राज, कुंडवा चैनपुर के लक्ष्मण कुमार, बसंतपुर का राजीव कुमार, हनुमान नगर का सुलभ कुमार से मिलकर बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना किए हैं।
सिंह ने कहा कि युद्ध भूमि से लौटे छात्र अपनी आगे की पढ़ाई को लेकर चिंतित है इसलिए सरकार अतिशीघ्र यूक्रेन से आए हुए छात्रों को भारतीय मेडिकल कॉलेज में पढ़ने की सरकारी खर्च पर व्यवस्था करे। साथ ही सरकार यह सुनिश्चित करें कि 22000 से ज्यादा जो छात्र यूक्रेन और रूस से लौटे हैं, उनका भविष्य सुरक्षित करने की व्यवस्था करे।
इस दौरान सिंह ने केंद्र व राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को शर्म आनी चाहिए कि उनकी सरकार के कुव्यवस्था के कारण प्रत्येक वर्ष देश के विभिन्न राज्यों से लगभग 18000 से अधिक भारतीय छात्र अपनी जान हथेली पर लेकर एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए अपना देश छोड़कर यूक्रेन, रूस, पोलैंड, जर्मनी , तंजानिया, बेलारूस आदि दूसरे देशों में पढ़ाई पढ़ने के लिए जाना पड़ता है। केंद्र की सरकार एवं राज्य की सरकार पूरी तरीके से शिक्षा रोजगार एवं किसान के मुद्दों पर फेल है।
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