चंपारण : महावीरी अखाड़ा और मुहर्रम को लेकर सुगौली थाने में हुई शांति समिति की बैठक

पूर्वी चंपारण बिहार

सुगौली, मृत्युंजय पाण्डेय। अगस्त माह में होने वाले महावीरी अखाड़ा तथा मुहर्रम को लेकर सुगौली थाने में शांति समिति की एक बैठक किया गया।बैठक में शामिल विभिन्न पंचायतों तथा नगर पंचायत के जन प्रतिनिधियों, गणमान्य लोगों तथा आम नागरिकों को थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार मिश्रा ने संबोधित करते हुए कहा कि पर्व त्योहार सामाजिक समरसता और सौहार्द को बढ़ावा देता है। इसलिए पर्व त्योहारों को आपसी प्रेम के साथ मनाया जाना चाहिए। नाग पंचमी, रक्षा बंधन पर्व पर आयोजित होने वाले महावीरी अखाड़ा तथा मुहर्रम के त्योहार में निकाले जाने वाले जूलूस के लिए गाइडलाइन जारी करते हुए थानाध्यक्ष ने कहा कि अखाड़े के जो भी अध्यक्ष, सचिव तथा सदस्य हैं जिनके नाम से लायसेंस है उनकी जिम्मेवारी बनती है कि अपने अपने अखाड़े और जूलूस का प्रदर्शन अनुशासित और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करायें।

थानाध्यक्ष ने सभी लायसेंस धारियों को सख्ती से आगाह किया की अखाड़ा तय रुट से ही जायेगा, किसी भी परिस्थिति में अखाड़ा के जाने वाले रुटों में बदलाव नहीं किया जायेगा और ना ही प्रशासन द्वारा इसकी अनुमति दी जायेगी। साथ साथ थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार मिश्रा ने महावीरी अखाड़ा और मुहर्रम के जूलूस वाले लायसेंस धारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी परिस्थिति में अखाड़े और मुहर्रम के जूलूस में डीजे नहीं बजाना है।

डीजे के जगह पर परंपरागत चोंगा का इस्तेमाल करना है। थानाध्यक्ष ने सभी अखाड़ा लायसेंस धारियों तथा जनप्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि पुलिस प्रशासन सदैव आपकी सहायता के लिए तत्पर रहेगा साथ ही उन्होंने समाज विरोधी तत्वों को भी चेतावनी दी कि पुलिस की नजर वैसे लोगों पर बराबर रहेगी,अगर कोई भी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करेगा उससे पुलिस सख्ती से निपटेगी।

प्रखंड के बीडीओ तेज प्रताप त्यागी तथा अंचल निरीक्षक अभय कुमार ने मौजूद लोगों को शांति और सौहार्द से त्योहार मनाने की बात कही। आपको बता दें कि सावन के महीने में पड़ने वाले रक्षाबंधन और मुहर्रम के अवसर पर अखाड़ा और जूलूस का आयोजन किया जाता है, जिसमें ढ़ोल नगाड़े जैसे युद्ध वाद्य यंत्रों के ताल पर लाठी, भाले, तलवार, बल्लम जैसे परंपरागत अस्त्रों को चलाने तथा साहसिक करतबों का प्रदर्शन किया जाता है।