Champaran : कुपोषण दूर करने के लिए बच्चों को सही पोषाहार देना जरूरी : डीपीओ

बिहार मोतिहारी

पोषण को बढ़ावा देने के लिए चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान

Motihari Rajan Dwivedi : 1 से 30 सितंबर तक जिले में पोषण माह मनाया जा रहा है। इस दौरान आँगनबाड़ी केंद्रों पर विभिन्न गतिविधियों द्वारा लोगों को सही पोषण की जानकारी दी जा रही है। इसी क्रम में मंगलवार को मोतिहारी ग्रामीण एवं सदर परियोजना के अंतर्गत पोषण परामर्श केन्द्र का उद्घाटन जिला प्रोग्राम पदाधिकारी शशिकांत पासवान एवं जिला समन्वयक अमृता श्रीवास्तव द्वारा किया गया। उद्घाटन के मौके पर जिला प्रोग्राम पदाधिकारी शशिकांत पासवान एवं जिला समन्वयक द्वारा गोद भराई के साथ ही बच्चों का अन्नप्रासन भी कराया गया।

शशिकांत पासवान ने बताया कि बच्चों में कुपोषण को दूर करने के लिए उन्हें सही पोषण दिया जाना जरूरी है। पोषण के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए पूरे सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन कर लोगों में भी पोषण के प्रति जागरूकता लाई जा रही है। सामान्य दिनों में भी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सेविकाओं द्वारा शिशुओं को पोषण की जानकारी दी जाती है। लोगों को अपने बच्चों के सही स्वास्थ्य के लिए उसका उपयोग करना चाहिए।

इस दौरान सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका एवं सेविका ने महिलाओं को बताया कि 6 माह बाद स्तनपान के साथ-साथ शिशु को अनुपूरक आहार भी दिया जाना चाहिए। स्तनपान के अतिरिक्त दिन में 5 से 6 बार शिशु को सुपाच्य खाना देना चाहिए।पोषण अभियान के जिला समन्वयक अमृता श्रीवास्तव ने बताया कि 6 माह से 9 माह के शिशु को दिन भर में 200 ग्राम सुपाच्य मसला हुआ खाना, 9 से 12 माह में 300 ग्राम मसला हुआ ठोस खाना, 12 से 24 माह में 500 ग्राम तक खाना खिलाया जाना चाहिए। इसके अलावा अभिभावकों को बच्चों के दैनिक आहार में हरी पत्तीदार सब्जी और पीले नारंगी फल को शामिल करना चाहिए। इससे शिशुओं में कुपोषण की सम्भावना नहीं होगी और वह स्वास्थ्य रह सकेंगे।