टाउन हॉल की दरकती दीवारों पर सीएम ने लिया संज्ञान, नगर विकास सचिव को दिए जांच के आदेश

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बखरी,बेगूसराय/विनोद कर्ण। नगर परिषद बखरी में बन रहे सम्राट अशोक भवन टाउन हॉल की दरकती दीवारों का मामला गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दरबार तक पहुंच गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए निर्माण की जांच का आदेश नगर विकास विभाग के सचिव को दिया है। इधर दरकती दीवारों का मामला गरम होता देख नगर परिषद बखरी के कार्यपालक पदाधिकारी कमलेश कुमार प्रसाद ने गुरुवार को स्थल निरीक्षण किया और ठेकेदार को क्लीन चिट दी है।

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मगर टाऊन हॉल के निर्माण में अनियमितता बरतने का मामला उठाने वाले पूर्व उप मुखिया व सामाजिक कार्यकर्ता राजेश साह ने कहा कि मामले की उच्चस्तरीय जांच की जरूरत है। कार्यपालक पदाधिकारी, इंजीनियर और ठेकेदार के बीच सांठगांठ है। इस कारण स्थानीय स्तर पर निर्माण की गुणवत्ता की सही जांच संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि पूरा निर्माण एस्टीमेट के विपरीत और घटिया हो रहा है।

छह महीने पुराना सीमेंट जो उर्दू प्राथमिक विद्यालय में रखा था, वह एक्सपायर हो चुका है। बावजूद इसके उसका इस्तेमाल किया गया है। इस बीच जन पहल के संयोजक विकास वर्मा ने कहा है कि सम्राट अशोक भवन के निर्माण में एस्टीमेट के मुताबिक काम होना चाहिए। उन्होंने गुणवत्ता की जांच थर्ड पार्टी से कराने की मांग की है। वर्मा ने कहा कि टाउन हॉल किसी भी शहर का गौरव होता है। लिहाजा बखरी में टाउन हॉल का निर्माण गुणवत्तापूर्ण हो और गुणवत्ता का पालन करवाना सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी है।

मालूम हो कि सम्राट अशोक भवन टाऊन हॉल का निर्माण शुरू होते ही इसकी दीवारों के दरकने लगी थी। हालांकि दरकी हुई एक दीवार को तोड़कर फिर से बनाया जा रहा है। इधर मक्खाचक के निवासियों ने गुरुवार को बखरी के अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार गुप्ता को पूरे मामले की लिखित शिकायत की है। नगर वासियों ने अनुमंडल पदाधिकारी से मांग की है कि वह स्वयं ध्यान दें और सम्राट अशोक भवन जैसी महत्वाकांक्षी परियोजना का निर्माण कार्य अपनी निगरानी में करवाएं ताकि गुणवत्ता का पालन हो सके।

ठेकेदारों और स्थानीय लोगों में नोंक-झोंक:कार्यपालक पदाधिकारी कमलेश कुमार प्रसाद द्वारा स्थल निरीक्षण कर जाते ही वहां उपस्थित ठेकेदार संजय कुमार सिंह व उनके साथी स्थानीय लोगों से उलझ गए। ठेकेदार ने लोगों से कहा कि किसी प्रकार की शिकायत या न्यूज छापने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है। वे सब कुछ मैनेज कर लेंगे।

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