वाणिज्य कर विभाग ने फ़र्जी खरीद में शामिल राज्य के ठेकेदारों के विरुद्ध की कार्रवाई

बिहार

स्टेट डेस्क/ पटना : वाणिज्य कर विभाग ने बिहार में कल फिर से राज्य के कई अन्य ठेकेदारों द्वारा किये गए फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया। विभाग ने अस्तित्वहीन फर्म के सिंडिकेट में शामिल 23 और ठेकेदारों का निरीक्षण किया जो फ़र्जी खरीद के आधार पर करोड़ों के राजस्व की अपवंचना में संलिप्त थे। ऐसे खुलासे से यह प्रतीत होता है कि कई ठेकेदारों के द्वारा बड़े पैमाने पर फ़र्जी बिल के आधार पर कर की चोरी की जा रही है।

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विभाग की आयुक्त सह सचिव के निर्देश पर गठित 23 दलों के द्वारा दिनांक 15.02.2022 को गया में 04, भागलपुर में 01, दरभंगा में 03ए आरा में 01, बिहारशरीफ में 01. पर्णया में 04. सारण में 02 तथा तिरहत में 07 निबंधित ऐसे बडे ठेकेदारों का निरीक्षण किया गया जिनके द्वारा करोड़ों की बोगस खरीद दर्शायी गयी थी। इन 23 फर्मों के द्वारा करीब रू040.5 करोड की फ़र्जी खरीद मालों के वास्तविक आपूर्ति तथा खरीद के भुगतान के बिना की गयी है। मंगलवार को जांच के क्रम में कुल 05 फर्मों द्वारा कर, शास्ति एवं ब्याज करीब रू078 लाख का तत्काल भुगतान भी कर दिया गया।

आयुक्त सह सचिव ने बताया कि इस सिंडिकेट में शामिल ठेकेदारों के विरुद्ध कार्रवाई की वजह से इन 23 में से एक ठेकेदार ने निरीक्षण के पूर्व ही रू020 लाख का स्वयं भुगतान भी कर दिया था। विभाग इस प्रकार के कर अपवंचकों पर पैनी नज़र रखी हुई है तथा विभाग द्वारा ऐसे अन्य मामलों में भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।