पटना, बीपी प्रतिनिधि। महागठबंधन में मिल रहे तीन मंत्री पदों पर आम कांग्रेसी संतुष्ट नहीं हैं। भले ही उनके नेता इसे सम्मानजनक मान रहे हों पर कांग्रेस मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं ने जोरदार हंगामा कर दिया। मामला तो गाली-गजौज तक जा पहुंचा। उन्होंने तो भक्त चरण दास पर नाराजगी जताते हुए उन्हें बिहार कांग्रेस का प्रभारी तक मानने से इनकार कर दिया।
साथ ही हम पार्टी का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर उनके चार विधायकों में से एक मंत्री बन सकता है तो उस लिहाज से कांग्रेस को पांच पद मिलने चाहिए। कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में कार्यकर्ताओं ने बिहार प्रभारी भक्त चरण दास के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई और नीतीश कैबिनेट में सिर्फ तीन सीटें मिलने को लेकर जमकर हंगामा किया।
कार्यकर्ताओं के मुताबिक संख्या के हिसाब से कांग्रेस को महागठबंधन सरकार में कम से कम पांच मंत्री पद मिलने चाहिए। कार्यकर्ताओं का कहना था कि हमारे नेता ही पार्टी को नुकसान पहुंचाने पर तुले हुए हैं। कार्यकर्ताओं का कहना था कि हम किसी प्रभारी वभारी को नहीं मानते हैं। पार्टी का कोई नेता है तो वो केवल राहुल गांधी हैं। इसी मुद्दे को लेकर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ता सदाकत आश्रम पहुंचे और बिहार प्रभारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं ने मर्यादा को तार-तार करते हुए दरकिनार करते हुए बिहार प्रभारी भक्त चरण दास समेत बिहार कांग्रेस के अन्य बड़े नेताओं को जमकर अपशब्द कहे। ऐसे में यह आशंका भी बलवती हो गई है कि अगर नीतीश कैबिनेट विस्तार में कांग्रेस को पांच मंत्री पद नहीं मिलता है तो आने वाले समय में कांग्रेस में बड़ी टूट हो सकती है।