मुजफ्फरपुर/बीपी प्रतिनिधि।एक गर्भवती महिला, बिलकिस बानो से सामूहिक बलात्कार और उसके बच्चे सहित सामुहिक हत्या के 11 दोषी उम्र कैदियों को भाजपा सरकार द्वारा रिहा किये जाने के खिलाफ आज 19 दिसंबर 2022 को छात्र संगठन एआईडीएसओ, युवा संगठन एआईडीवाईओ एवं महिला संगठन ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन की ओर से एक संयुक्त जुलूस एवं विरोध-प्रदर्शन किया गया।
जुलूस की शुरुआत मोतीझील स्थित संगठन कार्यालय से हुई जो शहर के मुख्य मार्गो से होते हुए कल्याणी चौक पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई। जुलूस में शामिल लोग- बलात्कार एवं हत्या के दोषियों को सम्मानित करने वाली भाजपा सरकार शर्म करो, 2002- गुजरात दंगा में सामुहिक बालात्कार और हत्या के 11 उम्र कैदियों की रिहाई क्यों? भाजपा सरकार जवाब दो, दुष्कर्मियों को कड़ी से कड़ी सजा दो आदि रोष पूर्ण नारे लगा रहे थे।
कल्याणी चौक पर लोगों को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन की संयोजिका कंचन कुमारी ने कहा कि 2002 के गुजरात दंगों के दौरान एक गर्भवती महिला, बिलकिस बानो से बलात्कार और उसके बच्चे की हत्या सहित सामूहिक हत्या और बलात्कार के लिए दोषी ठहराए गए सभी ग्यारह उम्रकैदियों की रिहाई अत्यंत निंदनीय और चौंकाने वाली है।
इससे भी अधिक चौंकाने वाली बात यह है कि भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बेशर्मी से उन्हें माल्यार्पण किया और मिठाई खिलाई है, मानो उन्होंने कोई बड़ा नेक काम किया हो। यह इस बात का एक और ज्वलंत उदाहरण है कि भाजपा नेता किस तरह से उन क्रूर अपराधियों को प्रोत्साहित करते हैं, उनका बचाव करते हैं और उनकी रक्षा करते हैं, जो सभी कानूनी, नीति-नैतिकता के तमाम मानदंडों का उल्लंघन कर बेरहमी से जघन्य अपराध करते हैं और उनकी सेवा करते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, यह वीभत्स घटना एक खतरनाक मिसाल भी है।
उन्होंने उपस्थित लोगों से भाजपा सरकार के इस बिल्कुल अवैध और अनैतिक कृत्य के विरोध में आवाज उठाने की अपील की और उन क्रूर अपराधियों का माफीनामा रद्द कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की। जुलूस का नेतृत्व एआईडीवाईओ के बिहार राज्य अध्यक्ष अरविंद कुमार, देवेन्द्र मांझी, उदय झा, लालबाबू राय, सिंधु कुमारी, वंदना कुमारी, ऑल इंडिया महिला साँस्कृतिक संगठन की साधना झा, फीरोजा बेगम, इंदु देवी, कविता कुमारी, एआईडीएसओ के बिहार राज्य सचिव विजय कुमार, जिला अध्यक्ष शिव कुमार, गुड्डी कुमारी, निशा कुमारी आदि कर रहे थे।