बिहार में शराबबंदी लागू है अधिकारी शराब ना बिकने का दावा कर रहे हैं लेकिन जमीनी की हकीकत है कि शराब खूब बिक रही है और इसमें जहरीली शराब भी बिक रही है शराब पीने वालों से मौत भी हो रही है।
सासाराम, अरविंद कुमार सिंह। बिहार में भले शराबबंदी कानून लागू है और इस कानून कितने कड़े तरीके से लागू किया गया है कि प्रशासनिक अधिकारी सभी मामले की लीपापोती करने में लगे रहते हैं। शराब पहले से ज्यादा बनाई जा रही है और बिक रही है। अगर शराब नहीं बिकती तो इतने शराब क्यों बनाई जाती। शराब बनाने, बेचने, पीने से रोकने के लिए उत्पाद विभाग और स्थानीय पुलिस को हमेशा ही निर्देश दिया जा रहा है। सरकार डीजीपी स्तर से निगरानी कर रही है। लेकिन हकीकत कुछ और ही है। सरकार का दावा पूरी तरीके से फेल है पुलिस द्वारा महुआ पौष को हमेशा ही नष्ट की जा रही है। जो कि जीता जाता उदाहरण है कि शराब अगर बिकती नहीं तो इतनी भारी मात्रा में बनाई क्यो जाती। जिला पुलिस कप्तान भी मीटिंग में निर्देश देते हैं कि शराब नहीं बिकनी चाहिए। शराब मिलने के बाद भी करवाई शून्य हो रही है।
जिसके कारण शराब बनाने वाले का मनोबल बढ़ा हुआ है। लोगों की मानें तो जब शराब बंदी लागू नहीं थी तो शराब पीने से इतनी मौत हुआ नहीं करते थे। अब तो शराब से मौत होने के बाद प्रशासनिक कार्रवाई से बचने के लिए गुपचुप तरीके से दाह संस्कार कर दिया जा रहा है। कई गांव में शराब बन रही है और जिला पुलिस कप्तान करवाई के नाम पर पॉस को नष्ट की जाती है। शराब पीने वालों को पकड़ा जा रहा है। और कार्रवाई की जा रही है। जबकि गली गुच्चो में अंग्रेजी शराब की बोतल दिखाई दे रही है ।शराब बिक्री की हालत यह है कि काराकाट थाना क्षेत्र के जयश्री गांव में चार लोगों की मौत शराब पीने से हो गई। इसमें एसपी आशीष भारती के नेतृत्व में हमारी छापेमारी भी चलाया गया।
बिक्रमगंज एसडीपीओ शशि भूषण से नासरीगंज पुलिस अंचल निरीक्षक देवेंद्र शर्मा उत्पाद निरीक्षक धीरेंद्र श्रीवास्तव काराकाट थाना अध्यक्ष दिवाकर प्रसाद नासरीगंज थाना सुभाष कुमार कछुआ थाना अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सुशांत कुमार मारी अभियान चलाया जिनमें 14 को शराब के नशे में गिरफ्तार किया। रविवार की सुबह तक जयश्री निवासी जितेंद्र कुमार साह उर्फ मियां की मौत रात में ही हो गई जबकि श्रवण राम की मौत रविवार की सुबह हो गई। कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए परिजनों ने जितेंद्र कुमार साह के शव को आनन-फानन में दाह संस्कार कर दिया। लेकिन प्रशासनिक दबाव एवं पुलिस अधिकारियों के समझाने बुझाने के उपरांत सरवन राम केशव को पोस्टमार्टम के लिए परिजन तैयार हो गए।
परिजनों की स्वीकृति के उपरांत पुलिस ने श्रवण राम के शव को कब्जे मेले पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सासाराम भेज दिया है दूसरी तरफ जयश्री गांव के ही सकल साह के दो पुत्र शिवजी साह व मुन्ना साह के आंखों की रौशनी चली गई। निजी क्लिनिक बिक्रमगंज में इलाज हुआ। वहीं दो की मौत की खबर परिजनों द्वारा प्राकृतिक मौत बता दी गई। मृतक सूर्यपुरा थाना के नरायणपुर गांव निवासी सोनू सिंह व अजय सिंह बताया गया।
बिक्रमगंज के निजी क्लिनिक में इलाजरत मुन्ना साह को नाजुक स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज हेतु पटना रेफर कर दिया गया है लेकिन स्थिति नाजुक बताई जाती है। डीएसपी शशि भूषण ने कहा कि जयश्री गांव में परिजनों ने शराब पीने से मौत होने के लिए आवेदन दिया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस मामले की जांच में लग गई है।