जिलाधिकारी की अध्यक्षता मे जिला अभियोजन की बैठक सम्पन्न, एससी-एसटी मामलों को प्राथमिकता के साथ निभाने का दिया निर्देश

बिहार मुजफ्फरपुर

मुजफ्फरपुर, बिफोर प्रिंट। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में जिला अभियोजन समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुजफ्फरपुर जिला के सभी न्यायालय में अभियोजन के क्रम में आ रही समस्याओं, उत्पाद केस के अभियोजन, गवाहों के उपस्थापन, चार्जशीट, पॉक्सोकेस के लंबित मामलों के निष्पादन, अभियोजन पदाधिकारियों तथा पुलिस पदाधिकारियों के बीच सामंजस्य, प्रत्येक वाद में राज्य के तरफ से पैरवी, होस्टाइल गवाह पर मुख्य रूप से समीक्षा हुई। इसके साथ ही इंजुरी रिपोर्ट हॉस्पिटल के द्वारा स-समय उपलब्ध कराया जाए इस आशय का सख्त निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिए गए। पॉक्सो केस से संबंधित सप्लीमेंट्री रिपोर्ट में आ रहे दिक्कतों के बारे में जानकारी दी गई। निर्देश दिया गया कि सप्लीमेंट्री रिपोर्ट हर हाल में स-समय उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

बैठक में प्रासीक्युशन सेल को विशेष निर्देश दिया गया। निर्देश दिया गया कि प्रॉसीक्यूशन सेल की कमी दूर करते हुए अभियोजन शाखा में गवाह रजिस्टर/ सम्मन, वारंट रजिस्टर, कुर्की-जब्ती रजिस्टर, सजा रजिस्टर संधारित करने एवं उसे दिन प्रतिदिन अद्धतन करना सुनिश्चित करें। जिले के थानों में लंबित सम्मन, वारंट एवं कुर्की का त्वरित निष्पादन करने का निर्देश दिया गया। पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय को निर्देशित किया गया कि त्वरित विचारण एवं अन्य महत्वपूर्ण कांडों में गवाहों की उपस्थिति सुनिश्चित करावे। अभियोजन वार मासिक समीक्षात्मक बैठक आहूत करना सुनिश्चित करें। बैठक में अपर लोक अभियोजकों के स्तर पर लंबित त्वरित विचारण के लंबित वादों का लोक अभियोजक के स्तर से अनुश्रवण करने का निर्देश दिया गया।

एससी,एसटी अधिनियम संबंधी लंबित कांडों का निष्पादन अत्यंत कम होने पर नाराजगी व्यक्त की गई। निर्देश दिया गया कि sc-st से संबंधित कांडों के निष्पादन को लेकर गंभीर प्रयास करना सुनिश्चित करें। दोषी को हर हाल में सजा दिलाई जाए। जिलाधिकारी ने सभी लोक अभियोजक,विशेष अभियोजक के कार्यों और उनके स्तर पर लंबित रहने का कारणों पर समीक्षा कर निर्देशित किया कि सभी संबद्ध पदाधिकारी समन्वय से कार्य कर कांडो के निष्पादन में रुचि लेकर कार्य करें। अधिकतम दोषसिद्धि कराना लक्ष्य रखें, जघन्य अपराधों यथा यौन उत्पीड़न, बलात्कार,लैंगिक अपराध, जुवेनायिल, मानव व्यापार, एससी एसटी के मामले उच्च प्रथमिकता के साथ निष्पादन कराएं।

जिलाधिकारी ने वैसे केस जो आदेश फलक पर या अंतिम चरण में हो, को चिन्हित करते हुए सभी अभियोजकों को पांच-पांच लक्ष्य रखकर वैसे केस का निष्पादन का निर्देश दिया गया।बैठक में पुलिस उपाधीक्षक ने पुलिस के स्तर से आवश्यक कार्रवाई के निमित सभी अनुसंधानकर्ता से समन्वय कर त्वरित निष्पादन की बात कही। उक्त बैठक में जिलाधिकारी के अतिरिक्त, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय के प्रतिनिधि, प्रभारी पदाधिकारी विधि शाखा, सभी लोक अभियोजक, विशेष अभियोजक, सभी सहायक अभियोजन पदाधिकारी उपस्थित थे।