खेत में सूख रहे धान के बिचड़ो में आई जान, किसानों के चेहरे खिले
सुगौली/मृत्युंजय पाण्डेय। प्रखंड क्षेत्र में कल से शुक्रवार से रुक रुक कर हो रही रिमझिम बारिश ने चिलचिलाती धूप व उमस भरी भीषण गर्मी से लोगों को राहत दिया है। रिमझिम बारिश का सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा।रुक रुक कर हो रही बारिश से जनजीवन को तो राहत मिली ही है,साथ साथ किसानों के मुरझाए चेहरों पर भी रौनक ला दिया है।
पानी की कमी के कारण खेतों में लगे धान के बिचड़े अब सूखने लगे थे। प्रखंड के विभिन्न जगहों पर किसान पंपिंग सेट से धान के खेतों में पानी पटाना शुरू कर दिये थे।ऐसे में रिमझिम बरसात का होना उनके लिए सोने में सुहागा साबित हुआ है। किसानों ने बताया कि धान के फसल के लिए पंपिग सेट का पानी बिछड़ों को जिंदा रखने का काम करता है।
जबकि बारिश का पानी इस फसल के लिए अमृत समान है। किसानों ने कहा कि बरसात के पानी से बिछड़े का पोषण होता है और इनकी वृद्धि भी अपेक्षाकृत अधिक होती है। फिलहाल मौसम के बदलते रुख ने एक तरह जहां जनजीवन में ठंडक ला दी है वहीं धान के फसलों को भी बहुत लाभ मिला है।
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