मुजफ्फरपुर,बिफोर प्रिंट। डाक्टर राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग द्वारा जारी 09-12 जुलाई तक के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार पूर्वानुमानित अवधि में मानसून के सक्रिय होने की कोई सम्भावना नहीं है मानसूनी रेखा के दक्षिण के और होने के कारण बिहार में फिलहाल वर्षा की सम्भावना नहीं है। हलाकि स्थानीय स्तर पर हल्की वर्षा या बूंदा-बूंदी हो सकती है जिसमें तराई के जिलों में इसकी सम्भावना अधिक है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 36-38 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की सम्भावना है जबकि न्यूनतम तापमान 27-29 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 70 से 80 प्रतिशत तथा दोपहर में 50 से 55 प्रतिशत रहने की संभावना है।
• पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 10 से 12 कि०मी० प्रति घंटा की रफ्तार से पुरवा हवा चलने का अनुमान है। समसामयिक सुझाव
• मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले 2-3 दिनों तक वर्षा होने की संभावना बहुत ही कम है। इस अवस्था में रोपाई की गयी फसल में जीवन रक्षक सिंचाई करें।
• धान की फसल में खरपतवार नियंत्रण के लिए रोपाई के 2-3 दिन बाद तथा एक सप्ताह के अन्दर ब्यूटाक्लोर (3 लीटर दवा प्रति हेक्टेयर) या प्रीटलाक्लोर (1.5 लीटर दवा प्रति हेक्टर) या पेन्डीमिथेलीन (3 लीटर दवा प्रति हेक्टर) का 500-600 लीटर पानी में घोल बनाकर एक हेक्टर क्षेत्र में छिड़काव करें छिड़काव के वक्त खेत में एक से०मी० पानी की उपस्थति रहनी चाहिए।
● किसान भाई ऊचास जमीन में तिल की बुआई करें कृष्णा, काँके सफेद, कालिका और प्रगति तिल की अनुशंसित किस्में है बुआई के समय प्रति हेक्टेयर 60 किवन्टल कम्पोस्ट, 20 किलो नेत्रजन, 20 किलो स्फुर एवं 20 किलो पोटाष का व्यवहार करें। बीजदर 4 कि०ग्रा० प्रति हेक्टेयर तथा कतार से कतार एवं पौध से पौध की दूरी 30 से०मी०x10 से०मी० रखें 2.0 ग्राम85 थीरम दवा से प्रति किलोग्राम बीज को उपचारित कर बुआई करे। उचास जमीन की तैयारी करके अरहर की बुआई करें उपरी जमीन में बुआई के समय प्रति हेक्टेयर 20 किलोग्राम नेत्रजन, 45 किलोग्राम फास्फोरस, 20 किलोग्राम पोटाष तथा 20 किलोग्राम सल्फर का व्यवहार करें बहार, पूसा 9. नरेंद्र अरहर 1. मालवीय- 13, राजेन्द्र अरहर – 1 आदि किस्में बुआई के लिए अनुषसित है। बीज दर 18-20 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर रखें। बुआई के 24 घंटे पूर्व 2.5 ग्राम थीरम दवा से प्रति
• किलोग्राम बीज की दर से उपचार करें बुआई के ठीक पहले उपचारित बीज को उचित राईजोबियम कल्चर से उपचारित कर बुआई करनी चाहिए।
• आम का बाग लगाने का यह समय अनुकुल चल रहा है। किसान भाई अपने पसंद के अनुसार अलग-अलग समय में पकने वाली किस्मों का चयन कर सकते हैं। मई के अन्त से जून माह में पकने वाली किस्में मिठुआ, गुलाबखास, बम्बई, एलफॉन्जो, जड़दाल, जून माह में पकने वाली किस्में लंगड़ा (मालदह), हेमसागर कृष्णभोग, अमन दषहरी जुलाई माह में पकने वाली किस्में फजली, सुकुल, सिपिया, तैमूरिया, अगस्त में पकने वाली किस्में समरबहिष्त, चौसा, कतिकी है। आम के संकर किस्मों के लिए महमूद बहार प्रभावकर, अम्रपाली, मल्लिका, मंजीरा, मेनिका, सुन्दर लगड़ा राजेंद्र आग-1, रत्ना, सबरी, जवाहर, सिंधु, अर्का, अरुण, मेनका, अलफजली, पूसा अरुणिमा आदि अनुषंसित है। कलमी आम के लिए पौधा से पौधा की दूरी 10 मीटर, बीजु के लिए 12 मीटर रखें आम्रपाली किस्म की सघन बागवानी हेतु पौधों को 25X25 मीटर की दूरी पर लगा सकते है।
• केला की रोपाई करें उत्तर बिहार में लम्बी किस्मों के लिए अलपान, चम्पा, कथाली, मालभोग, चिनियाँ, शक्कर चिनियाँ, फिआ 23 तथा बोनी एवं खाने वाली किस्मों के लिए ग्रैंडनेन, रोबस्टा, बसराई, फिआ अनुषंसित है सब्जी वाली किस्में बतीसा, सावा, बनकेल, कचकेल, फिआ 3
• तथा सब्जी एवं फल दोनों में उपयोग आने वाली किस्में कोठियाँ, मुठियाँ, दुधसागर एवं चकिया अनुषंसित है। लम्बी जातियों में पौधा से पौधा की दूरी 20 मीटर है एवं बाँनी जातियों में 1.5 मीटर रखें। आज का अधिकतम तापमान: 35.7 डिग्री सैल्सियस, सामान्य से 2.6 डिग्री सेल्सियस अधिक आज का न्यूनतम तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस, सामान्य से 1.0 डिग्री सेल्सियस अधिक