Buxar, Beforeprint : डुमराव के नंदन गांव में चेतना मंच के सौजन्य से महामानव ललई सिंह यादव की जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। समारोह का उद्घाटन जेएनयू के छात्र नेता जयंत जिज्ञाषु एवं विधायक डा.अजीत कुमार सिंह व अन्य द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। मौंके पर नई दिल्ली स्थित जेएनयू के छात्र नेंता जयंत जिज्ञाषु ने कहा कि शिक्षा के बिना मानव जीवन अधूरा है। सामाजिक परिवर्तन की पहली सिढ़ी शिक्षा है। उन्होनें पेरियार ललई यादव के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पेरियार ललई यादव जीवन भर समाज रूपी सिढ़ी के अतिंम पावदान पर बैठे लोगो के उत्थान के लिए संर्घष करते रहे। उन्होनें बिहार में शिक्षा की बदहाली पर प्रहार करते हुए कहा कि जब गरीब परिवार के बच्चे-बच्चियां पढ़ने लिखनें को स्कूल जाने लगे तो सरकारी शिक्षण संस्थान ध्वस्त होने लगे है।
विधायक डा.सिंह ने कहा कि सरकार ने शिक्षा के बजट में कटौती कर दी है। उन्होनें कहा डा.अंबेडकर, डा.लोहिया एवं महात्मा गांधी के नाम का उल्लेख करते हुए कहा कि उक्त महामानव नें सदगुण समाजवाद की स्थापना पर सदैव बल देने का काम किया था। विधायक ने कहा कि समाज में कई तरह की विषमताएं मौजूद है। सामाजिक विषमताओं को समाप्त करने के लिए जागरूक होने की जरूरत है।
समारोह को जिप सदस्य सुनैना देवी, बीरेन्द्र कुमार, बीडीसी मंजू कुमारी, अवकाश प्राप्त प्राचार्य पुष्पा देवी, गोरख पासवान, संतोष नागबंशी, विश्वा यादव एवं मो.सेराजुद्दीन आदि ने संबोधित किया। समारोह की अध्यक्षता गर्जन यादव ने किया। इसके पूर्व अतिथियों सहित सामान्य लोगो ने पेरियार ललई सिंह यादव के छाया चित्र पर फूल माला अर्पित कर उन्हें याद किया। आगंतुको का स्वागत आयोजन समिति के संरक्षक मुखिया रामजी सिंह यादव सचिव मो. सेराजुद्दीन एवं कोषाध्यक्ष सत्येन्द्र यादव द्वारा किया गया।