मुजफ्फरपुर, बिफोर प्रिंट। कुर्बानी का त्योहार ईद-उल-अजहा आज पूरे जिले मे अकीदतमंदों ने हर्षोउल्लास के साथ मनाया। इस मौके पर ईदगाहों, मस्जिदों में नमाज अदा की गई। शहर व गांव के ईदगाहों-मस्जिदों पर सुबह से ही नए नए कपड़े पहन कर सर पर इमामा बांधे हुए कपड़ों पर अतर लगाए हुए नमाजियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। एतवारपुर ताज शाही जामा मस्जिद में इमाम खतीब मौलाना फखरे आलम ने बकरीद के मौके से इस्लामी पहलुओं पर रोशनी डाली। कहा कि मुसलमानों की दो ही ईद है- ईद-उल-फित्र और ये ईद-उल-अजहा।
ईद त्याग और बलिदान का पैगाम देता है। मुट्ठी भर लोग मुल्क में फिरकापरस्ती और सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इसे हमें और पूरे देशवासियों को समझने की जरूरत है, ताकि सांप्रदायिकता फैलाने वाले की हर कोशिश नाकाम हो जाए। इस पर्व के मौके पर हिंदू मुसलमान एक होकर भाईचारा को मजबूत बनाए और एक मिसाल कायम करें। शाही जामा मस्जिद में मौलाना फखरे आलम ने बकरीद की नमाज पढ़ाई। मौलाना ने अपने खुतबे में लोगों को अमन, भाईचारा और साफ-सफाई के साथ बकरीद मनाने पर जोर दिया।
मौके पर प्रखंड उपप्रमुख आसिफ नदीम फरीदी, अफरोज आलम, फिरोज आलम, शमशुल हक, अब्दुल्लाह, मोहम्मद सब्दुल,मोहम्मद जसीम,इसराइल अंसारी,आशिक अली,परवेज आलम,मोहम्मद समीर , असफाक,मुस्ताक, रियाजुल सहित अन्य ने ईद उल अजहा की नमाज अदा की देशवासियों के लिए अमन चैन की दुआ मांगी एक दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाना अध्यक्ष अरविंद प्रसाद के नेतृत्व में भरी संख्या में पुलिस गश्त कर रही थी।