परमात्मा का आदेश है कि कोई भी आत्मा ईश्वरीय ज्ञान से वंचित ना रहे : बीके पुण्यदेव

बिहार

भेलवा (चिरैया) में ब्रह्माकुमारीज बीके पाठशाला का उद्घाटन कार्यक्रम कल

मोतिहारी/राजन द्विवेदी। जिले का ऐतिहासिक स्थल भेलवा है। जहां आजादी के संघर्ष की दास्तान लिखी गई है। अंग्रेजों के क्रूर दमन अत्याचार के अनेक प्रमाण आज भी यहां जीवंत है। भेलवा कोठी आज भी स्वतंत्रता सेनानियों पर अत्याचार के दास्तान को बता रहा है। बगल में ही नील पेरने का नाद आज भी अपने मूल स्वरूप में अंग्रेजों के क्रुर दास्तान की गवाही दे रहा है।

उसी क्षेत्र में बाजार स्थित जिले के वरिष्ठ ब्रह्मा कुमार बीके पुण्यदेव महतो ने अपने निजी आवास के ऊपरी तल्ला पर भव्य भवन का निर्माण कर ब्रह्माकुमारीज के लिए समर्पित किया है। दो दिवसीये (1-2 मई) राजयोग मेडिटेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम के साथ आध्यात्मिक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में काठमांडू के वरिष्ठ राजयोगी भाई बीके राजू घले का दो दिनों तक “खुशनुमा जीवन के लिये राजयोग” विषय पर प्रवचन होगा।कार्यक्रम मे बीके मीणा दीदी, सीम रौन गढ़, बरियारपुर, कोल्वी सेवाकेंद्र के भाई बहन पधार रहे हैं। उनका क्लासेज दो दिनों तक चलेगा।

घोड़ासहन सेवा केंद्र प्रभारी बीके गीता बहन ने कहा कि विगत 5 वर्षों से सेवा केंद्र की तैयारी चल रही थी। जिसका शुभारंभ 1 मई को होगा। यह क्षेत्र आध्यात्मिक दृष्टिकोण से काफी उन्नत है। पूर्व में भेलवा के बगल में महुआई मे बीके पाठशाला संचालित है। बहन जी ने कहा कि क्षेत्र में बाबा की ज्ञान गंगोत्री बहेगी और इसका लाभ क्षेत्र की जनता लेगी। बताया कि वर्तमान समय में बाबा का एकमात्र यही इशारा है कि वंचित आत्माओं को परमात्म अवतरण और ईश्वरीये संदेश देना है। इस दिशा में हम लोग कार्य कर रहे हैं।

भेलवा बाजार में बीके पाठशाला आरंभ होने के बाद घोड़ासहन सेवा केंद्र के अधीन यह रहेगा और यहां से संचालन किया जाएगा। उन्होंने इसके लिए पुण्य देव भाई को बहुत-बहुत धन्यवाद देते हुए कहा कि धन तो बहुत लोग कमाते हैं लेकिन सार्थक कोई -कोई ही करता है। आज पुण्यदेव भाई का जीवन बेहद के वैराग्य का है। सेवा केंद्र खोलकर इन्होंने ईश्वरीय आदेश का पालन किया है।

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