बंगरा गांव के लोग ऊब चुके है हत्यारे के आतंक से
Gopalganj,Anand : गोपालगंज के बंगरा निवासी शक्ति उपाध्याय की हत्या का परिणाम अप्रत्याशित हो सकता है। शांत व हंसमुख स्वभाव के शक्ति की हत्या के बाद जिस तरह का आक्रोश दिख रहा है उसे देख कर ये कहना गलत नहीं होगा कि अब ज्यादा दिन तक न तो हत्यारा रह पायेगा और न ही उसके गिरोह का आतंक। गुरुवार की अहले सुबह हुई इस हत्या पूरे इलाके में जंगल में आग की भाती फैल गई, जो सूना उसको सहसा विश्वास तक नहीं हो पा रहा था। लेकिन सच तो यही था कि सात महीने पूर्व जिस शक्ति की शादी बड़े धूम धाम से हुई थी वह अब इस दुनिया में नहीं है।
ग्रामीणों का आक्रोश देखते ही बनता था, गांव के बुजुर्ग, बच्चे या युवाओं का दल हत्यारे के घर को तोड़ने और उससे बदला लेने उसके घर नहरपुर पहुंच गया। लेकिन आरोपी रानू और उसके पिता घर छोड़ कर फरार हो चुके थे। आरोपी के माता और बहन को बड़हरिया थाना की पुलिस पहले ही सुरक्षा कारणों से थाना ले जा चुकी थी। आरोपी के नहीं मिलने के बाद से सैकड़ों लोगों का आक्रोश उसके घर और पोल्ट्री फार्म पर निकला। लोगों ने न सिर्फ आग लगा दी बल्कि तोड़ फोड़ भी की। इस पूरे घटना में मूकदर्शक बनी रही बड़हरिया पुलिस के लिए आरोपी की गिरफ्तारी एक बहुत बड़ी चुनौती है।
आपराधिक इतिहास रहा है आरोपी रानू का
बड़हरिया थाना के नरहरपुर निवासी धर्मेंद्र सिंह का पुत्र रानू का आपराधिक इतिहास रहा है। ग्रामीणों के अनुसार रानू साइबर क्राइम का मास्टर माइंड हैं और हाल ही में एटीएस की टीम ने उसे लखनऊ में गिरफ्तारी की थी। आसपास के इलाकों के दो दर्जन आवारा बदमाशों का इसका ग्रुप गोपालगंज बड़हरिया सड़क पर मोटरसाइकिल, बोलेरो और स्कॉर्पियो लूट की घटना को अंजाम देने शामिल रहा है। लोगों का आरोप है कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण इसका गिरोह अपना पैर पसारते गया और इसके आतंक का कोई संगठित हो कर न तो विरोध करने की हिम्मत जुटा पाता था और न ही पुलिस पदाधिकारियों पर गिरफ्तारी के लिए दवाब बनाया लिहाजा यह इस इलाके में अपने आप को डॉनसमझने लगा था।
लेकिन कहतेवहैं कि पाप का घड़ा ज्यादा दिन तक ठीक नहीं रहता, ठीक वहीं हुआ भी है। रानू का गिरोह को इस बात की समझ तक नहीं रही कि अपराधी अपने आसपास के गांवों को बचा के ही क्राइम करता है। अब जब रानू का गिरोह अपने घर के पास के ही गोपालगंज जिले के दबंग गांव में से एक बंगरा गांव के एक शांत और मिलनसार लड़के की हत्या कर काफी बड़ा मुसीबत मोल ले लिया है।
बहरहाल, रानू के चाकू से मरे शक्ति का अंतिम संस्कार तो कर दिया गया लेकिन आरोपी के घर तोड़ने और उसके अन्तिम संस्कार में जुटी भीड़ ये साबित कर रही थी कि अब रानू न तो डॉन बन पाएगा और न ही उसका आतंक का साम्राज्य कायम रहेगा।देखना तो यह भी दिलचस्प होगा कि सिवान ,गोपालगंज सहित आसपास के जिलों में आपराधिक घटना से पुलिस के लिए सिरदर्द बना रानू उर्फ पाउच गिरोह की गिरफ्तारी के लिए क्या कदम उठाती है।