मदरसे के मॉड्यूल पर सरकारी स्कूल, रविवार की जगह शुक्रवार (जुम्मे) को छुट्टी : ऐसा क्यूँ

कटिहार बिहार

कटिहार, बीपी डेस्क। बिहार के कटिहार में मदरसा के तर्ज पर चल रहा है, सरकारी हिंदी विद्यालय, रविवार के बजाय शुक्रवार को हो रही है सप्ताहिक छुट्टी, शिक्षा विभाग के पास भी इसको लेकर नहीं है कोई स्पष्ट आदेश। बिहार के कटिहार में इन दिनों मध्य विद्यालय और उत्क्रमित मध्य विद्यालय जो अल्पसंख्यक इलाकों में पढ़ते हैं वह शुक्रवार को बंद हो रही है जिसे लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं जबकि सरकारी नियम के अनुसार जो भी मध्य विद्यालय और सरकारी विद्यालय है रविवार के दिन छुट्टी किया जाना है लेकिन जिले में ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है, तस्वीर कटिहार के कोढ़ा प्रखंड के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय बिसलपुर की है जहां के स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक सहित स्कूल कमेटी से जुड़े हुए लोग कहते हैं कि स्कूल के आसपास अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी आबादी होने के कारण गांव के कुछ लोगों ने 2007 में यह फैसला लिया की स्कूल के ठीक आसपास जो मदरसा है उसमें शुक्रवार को छुट्टी होती है

इसलिए उसके आधार पर ही इस सरकारी स्कूल को भी शुक्रवार को ही छुट्टी की जानी चाहिए जो लगातार लागू है वही लोग यह भी कहते हैं कि कई स्कूल ऐसे हैं जो सालों से शुक्रवार को ही बंद होते आ रहे हैं इसका मुख्य कारण यह है कि स्कूल के आसपास की घनी आबादी अल्पसंख्यकों की है वहीं इस मामले पर जानकारी देते हुए कटिहार के जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने बताया कि दो-चार दिन पहले इस तरह की मामले सामने आयें है, और इस मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से जानकारी लिया गया है।

अधिकांशतः कटिहार में जितने भी हिंदी विद्यालय हैं वह शुक्रवार को बंद रहते है, और ऐसा अल्पसंख्यक इलाकों में ज्यादा है जो अपने स्थापना काल से ही शुक्रवार को बंद रहते है इसका डाटा प्राप्त किया जा रहा है, मुख्य रूप से अभी जो डाटा प्राप्त हुआ है उसमें 100 विद्यालय ऐसे है, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि जानकारी के मुताबिक पिछले 50-60 साल से लगभग 1947, 1950 ,1960 से कुछ विद्यालय शुक्रवार को ही बंद होते है।

उन्होंने यह भी कहा कि शुक्रवार की बंदी का ऐसे स्कूलों में कोई आदेश नहीं है और ज्यादा जानकारी प्राप्त की जा रही है, वही मामले की जानकारी मिलते ही बिहार के डिप्टी सीएम ने जांच की बात कही है और कहा जो नियमकुल होगा वही लागू किया जाएगा। बहरहाल मामला चाहे जो भी हो, लेकिन जो भी हिंदी विद्यालय शुक्रवार को बंद हो रहे हैं, वही रविवार को खुल रहैं हैं और बच्चे यहां शिक्षा भी हासिल कर रहे हैं!