बाघाखोह के शिविर में आसपास के पंचायतों से ही नही बल्कि समीपवर्ती प्रखंडों से भी लोग जिलाधिकारी के पास अपनी समस्याएँ और सुझाव लेकर पहुंचे

बिहार सासाराम

सासाराम, अरविन्द कुमार सिह। ज़िले के डेहरी अनुमंण्डल के अकोढ़ीगोला प्रखंड के सुदूरवर्ती पंचायत बाघाखोह में रात्रि- विश्राम शिविर लगाया गया जो गुरुवर के पूर्वाह्न तक चला। जिलाधिकारी के जनमानस से ‘सीधा संवाद कार्यक्रम के तहत तथा पंचायतों में चल रही सरकार की सभी कल्याणकारी एवं विकासपरक योजनाओं की स्थलीय जांच एवं स्थानीय जनमानस के रोज़मर्रा की समस्याओं से साक्षात्कार करके उनका सम्यक निस्तार करने के उद्देश्य से “रात्रि विश्राम शिविर- सह- अनुश्रवण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ज़िले में, रात्रि विश्राम शिविरों की श्रृंखला में यह पंचम रात्रि विश्राम शिविर था।

बाघाखोह के इस शिविर में,आसपास के पंचायतों से ही नही बल्कि समीपवर्ती प्रखंडों से भी लोग, जिलाधिकारी के पास अपनी समस्याएँ और सुझाव लेकर, पंचायत सरकार भवन, बाघाखोह पहुंचे। बाघाखोह के रात्रि विश्राम शिविर की सबसे खास बात ये रही कि स्थानीय जनता में असीम उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा देखने को मिला और अप्रत्याशित रूप से भारी संख्या में स्थानीय जनसमूह, बाघाखोह के पंचायत सरकार भवन उमड़ पड़ा। जिलाधिकारी ने उपस्थित स्थानीय ग्रामीणों को, सरकार की कल्याणकारी और विकासपरक योजनाओं से, अपने संबोधन में, रूबरू कराते हुए, उन सभी के आवेदन पत्र स्वयं संकलित करते हुए, उनके सम्यक निस्तार का निर्देश, सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिया जो उस शिविर में उपस्थित थे।

इस प्रकार, जिलाधिकारी के सांध्यकालीन पब्लिक इंटरेक्शन में 250 से अधिक व्यक्तियों ने अपने आवेदन पत्र सौंपे जिनमे सर्वाधिक अतिशय बिजली बिल, प्रधानमंत्री आवास योजना से आच्छादन की मांग,राशन कार्ड, भूमि विवाद,आयुष्मान कार्ड, दिव्यांगता सर्टिफिकेट आदि से सम्बंधित थे। इस रात्रि विश्राम शिविर में, जिलाधिकारी के नेतृत्व में, ज़िले के सभी प्रमुख विभागों के पदाधिकारी द्वारा, बाघाखोह पंचायत में, दिनांक 20 जुलाई के अपराह्न एवं दिनांक 21 जुलाई के पूर्वाह्न में, पंचायत के सभी 14 वार्डों में, वार्डवार जांच टीम के रूप में, सरकार की विभिन्न कल्याणकारी तथा विकासपरक योजनाओं के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन की जांच की गई।

इस समग्र जांच का मंतव्य सहित जांच प्रतिवेदन जिला गोपनीय शाखा को दिनांक 21 जुलाई के अपराह्न में ही उपलब्ध कराया जाना है जिसके आलोक में, जिलाधिकारी द्वारा अग्रेतर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उक्त अवसर पर, पंचायत सरकार भवन, बाघाखोह में उपस्थित स्थानीय जनसमूह को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी रोहतास, धर्मेन्द्र कुमार ने कहा कि पंचायत/गांव/टोलों की ग्रामीण के दैनिक जीवन की छोटी से छोटी समस्याएँ ही सरकार और जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकताएं हैं जिनके सम्यक और त्वरित समाधान हेतु ही ये रात्रि विश्राम कैम्पों का आयोजन किया जाता है। उन्होंने पंचायत की जनता को आश्वस्त किया कि बाघाखोह का पंचायत सरकार भवन मिनी ब्लॉक के रूप में सक्रियता से, सरकार के समस्त विकास कार्यों को मूर्त रूप देगा। शिविर के दौरान, आवेदकों से मिलते हुए कई पात्र आवेदकों को उसी समय विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाया गया।

१.वयोवृद्ध दम्पति राधिका देवी एवं अयोध्या पाल के आधार कार्ड निर्माण हेतु अंगूठे के निशान नही दर्ज हो पाने की समस्या का समाधान किया गया।
२.वार्ड नंबर 6 के दिव्यांग/दृष्टिबाधित राकेश कुमार का दिव्यांगता प्रमाणपत्र निर्माण
३. दिव्यांग महिला धनवती देवी, पति हीरालाल, वार्ड नंबर 12, चिरैयाडीह को प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभ हेतु अनुशंसा,
४.केदार साह, पिता स्व हीरालाल साह को दिव्यांगता प्रमाणपत्र,
५.40 वर्षीय, मेंटली चैलेंज्ड महिला, गीता कुमारी, पिता स्व बहादुर राम, वार्ड नंबर 8, ग्राम बंधपा को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ
६. सुनीता देवी, पति धनजी पासवान के आंशिक रूप से मूक/बघिर बच्चे बादल के बेहतर इलाज हेतु उनका आयुष्मान कार्ड बनवाने का कार्य आदि केसेस में जिलाधिकारी महोदय द्वारा फौरी तौर पर एक्शन लिया गया।
शिविर के दौरान जिलाधिकारी महोदय के द्वारा पात्र लाभार्थियों को राशन कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना सैंक्शन संबंधी पत्र, वृद्धावस्था पेंशन के पत्र आदि भी वितरित किये गए जिनके लिए शिविर आयोजन कार्यक्रम के 10 दिनों पूर्व से ही संबंधित पंचायत बाघाखोह में वार्डवार टीमें सर्वे का कार्य कर रहीं थीं।

जिलाधिकारी ने बताया कि ये शिविर जनशिकायतों के प्रभावी निराकरण तथा स्थानीय स्तर पर विद्यमान आमजनों के दैनिक जीवन की चुनौतियों एवं कार्यकलापों का participant observer के रूप में उनके द्वारा अनुश्रवण करने तथा तदनुरूप effective intervention करते हुए पंचायत निवासियों के दैनिक जीवन की चुनौतियों की बेहतर समझ तथा प्रभावी निराकरण हेतु एवं साथ-साथ, सरकार की सभी कल्याणकारी एवं विकासपरक योजनाओं के गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन की समग्र जांच हेतु ज़िले में साप्ताहिक रूप से लगाए जा रहे रात्रि -विश्राम शिविरों की श्रृंखला में पंचम शिविर है। इस रात्रि विश्राम शिविर का मुख्य उद्देश्य, सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के धरातलीय क्रियान्वयन एवं आम जनों से जिला प्रशासन का सीधा संवाद एवं उनके आम दिनचर्या में उपस्थित चुनौतियां के अनुश्रवण, पर्यवेक्षण एवं प्रभावी निराकरण है।

उक्त रात्रि विश्राम कार्यक्रम के अनुरूप, जिलाधिकारी ने रात्रि में स्वयं बाघाखोह पंचायत के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए गांव/टोले के सभी आयु समूह के लोगों से इंटरैक्ट किया। उनकी समस्याओं को सुना एवं तदनुरूप संबंधित विभागों के अधिकारियों को उनके शीघ्र निष्पादन का निदेश दिया। उक्त रात्रि विश्राम कार्यक्रम में आमजनों से प्राप्त सभी आवेदनों पर यूनिक नंबर डालकर उन्हें संबंधित अधिकारियों को त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निष्पादन किया जाता है।

उक्त रात्रि विश्राम शिविर के दौरान 20 जुलाई के संध्या प्रहर एवं 21 जुलाई के प्रातः कुल मिलाकर लगभग 315 से अधिक लोगों के आवेदन एवं परिवादों को जिलाधिकारी ने स्वयं तथा उपस्थित अधिकारियों की टीम के साथ मिलकर,ग्रहण करते हुए उनमे से अधिसंख्य मामलों यथा पात्र व्यक्तियों का राशन कार्ड निर्माण कार्य, दिव्यांगों का दिव्यांगता सर्टिफिकेट, आयुष्मान कार्ड, वृद्धावस्था पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना से आच्छादन आदि के संबंध में सम्बंधित अधिकारियों को त्वरित निष्पादन का निर्देश दिया।

शिविर की एक बड़ी उपलब्धि पात्र लाभुकों को शिविर के दौरान ही राशन कार्ड तथा वृद्धावस्था पेंशन का लाभ, जिलाधिकारी के हाथों से दिया जाना रहा। इनके लिए विशेष रूप से, 10 दिन पूर्व से ही, वार्डवार कैम्प लगाए गए थे। बाघाखोह पंचायत सरकार भवन अवस्थित स्वास्थ्य उप केंद्र द्वारा दिवा-रात्रि सत्र में लगातार आगंतुकों को औषधि/उपचार दिया जाता रहा।

वार्डवार जांच दलों द्वारा, सरकार की सात निश्चय योजना के तहत नाली/गली, नल-जल, मनरेगा के कार्यों, आंगनबाड़ी, पीडीएस, विद्यालय आदि की जांच की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि जांच के क्रम में पाई गई गड़बड़ियों अथवा योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी स्तर पर पाई गई शिथिलता अथवा लापरवाही की दशा में संबंधित पदाधिकारियों /कर्मियों पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। भूमि विवादों के संबंध में भी उन्होंने अनुमंण्डल पदाधिकारी, डेहरी एवं अंचलाधिकारी, अकोढ़ीगोला को प्राथमिकता के आधार पर उनके शीघ्र निष्पादन का निर्देश दिया।

रात्रि विश्राम शिविर के दौरान कृषि, पशुपालन, जीविका, स्वास्थ्य, लोक शिकायत , revenue आदि विभागों के शिविर लगाए गए।पशुओं की ear टैगिंग तथा vaccination की कार्रवाई भी की गई। जिलाधिकारी अपने पंचायत भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री महोदय के समाज सुधार अभियान, बाल विवाह, दहेज उन्मूलन एवं नशा मुक्ति अभियान के बारे में भी प्रभावी ढंग से लोगों को संदेश दिया।