शौचालय विहीन एक कमरे में तीन बच्चो सहित गुजारा कर रही विधवा महिला
कैमूर, बीपी: लू के चपेट में आने से हुई पेशे से वाहन चालक पति राधेश्याम बारी उर्फ बब्लू की हुई मौंत की घटना के बाद पत्नी सहित तीन बच्चों के समक्ष विकट समस्या उत्पन्न हो गई है. मोहनियां नगर पंचायत के वार्ड संख्या 11 निवासी तीन संतान सहित विधवा महिला का परिवार गरीबी की मार से त्रस्त है। समस्या का आलम इस कदर आ पड़ी है कि बच्चों की पढ़ाई लिखाई की कौन बात करे , बल्कि उनके समक्ष दो वक्त की रोटी की समस्या खड़ी हो गई है . वही शौचालय विहीन एक कमरा में गुजर बसर करने वाली महिला की घर के छज्जा पर लटकी एक पेड़ का टहनी कभी भी उनकी जान ले सकता है.ज्ञात हो कि राधेश्याम बारी उर्फ बबलू वाहन चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे।
10 दिन पूर्व लू लगने से उनकी मौत हो गई। जिससे पूरा परिवार सदमे में है।मृतक की पत्नी पूजा देवी के ऊपर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है।उसे समझ में नहीं आ रहा कि वह दो बच्चियों व एक बच्चे की परवरिश कैसे करे।मोहनियां थाना से उत्तर शौचालय विहीन एक कमरे में परिवार के सदस्य गुजारा करते हैं।जो व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।जीर्णशीर्ण मकान के ऊपर पुराने पीपल की टहनियां लटकी हुई हैं।आंधी में इनके टूटकर गिरने से मकान क्षतिग्रस्त होने का खतरा है।घर में शौचालय नहीं होने से यह गरीब परिवार खुले में शौच करने को मजबूर है।
सरकारी तौर पर गरीब परिवारों को शौचालय बनाने की योजना है। इसके बावजूद राधेश्याम बारी को इस योजना का लाभ नहीं मिलना नगर पंचायत की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह है।घर में नलजल योजना का पाइप बिछा है लेकिन पानी नहीं मिलता।दूसरे के घर से पानी लेकर यह परिवार प्यास बुझाता है। राधेश्याम बारी की मौत के बाद विधवा के सामने पति की लौकिक क्रिया करना बड़ी समस्या थी। रिश्तेदारों व अगल-बगल के लोगों ने इस कार्य में सहयोग किया। अब गरीब विधवा सरकारी सहायता पाने के लिए दर-दर भटक रही है। जिसकी कोई सुनने वाला नहीं है। विधवा ने बताया कि उसके पति ट्रक चलाकर परिवार का भरण पोषण करते थे।
10 दिन पूर्व दोपहर में गाड़ी में लदे सामान को खाली करा रहे थे। इसी दौरान गिर पड़े। पति की मौत के बाद कोई सहारा नहीं है।तीन बच्चों की परवरिश कैसे होगी यह बड़ी समस्या है।इस संबंध में पूछे जाने पर वार्ड संख्या 11 के वार्ड पार्षद मुनीर फारुकी ने बताया कि राधेश्याम बारी की मौत के बाद परिवार बेसहारा हो गया है।उनके स्तर से विधवा के परिवार को हर संभव सरकारी लाभ दिलाने का भरपूर प्रयास किया जाएगा.